संतोष नगर में पड़ौसियों का ‘असंतोष’ कैमरे में कैद

झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
वारिसपुरा रोड पर संतोष नगर में पड़ौसियों का आपस में असंतोष सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है। दरअसल पड़ौसियों का झगड़ा हुआ है। दोनों ने कोतवाली में एक—दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। इस मामले में एक पक्ष की ओर से उपलब्ध करवाए गए सीसीटीवी में मारपीट दिखाई दे रही है। जानकारी के मुताबिक अजमेर डिस्कॉम के एसई कार्यालय के आडिट में सहायक लेखाधिकारी द्वितीय के पद पर कार्यरत माया देवी और उनके पति एडवोकेट धनराज वारिसपुरा रोड पर संतोष नगर में रहते है। कल शाम को दोनों राजगढ़ जाने वाले थे। जिसके लिए उन्होंने गाड़ी बुलाई थी। यह गाड़ी उनके पड़ौस में स्थित डिर्पाटमेंटल स्टोर के आगे खड़ी हुई तो स्टोर मालिक नरेश लाटा ने चालक को गाड़ी थोड़ी आगे—पीछे लगाने की बात कही। ड्राइवर ने गाड़ी आगे पीछे लगा भी ली। लेकिन इसी बात को लेकर पहले एडवोकेट धनराज और नरेश लाटा के बीच बहस हुई। कुछ देर बाद में एडवोकेट धनराज की पत्नी अजमेर डिस्कॉम की सहायक लेखाधिकारी माया देवी आई और सीधा स्टोर में घुसकर उसने नरेश लाटा पर हमला बोल दिया। नरेश ने जैसे तैसे भागकर अपनी जान बचाई। माया के पीछे पीछे ही उनके पति एडवोकेट धनराज भी स्टोर में घुसे। जिनकी नरेश लाटा की पत्नी और बच्चों के साथ धक्का मुक्की हुई। इस धक्का मुक्की में नरेश लाटा की पत्नी के कपड़े भी फट गए। स्टोर में करीब तीन—चार मिनट तक मारपीट होती रही। जो भी सारी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। इसके बाद पड़ौसियों ने आकर बीच बचाव करवाया। लेकिन गुस्साई सहायक लेखाधिकारी ने स्टोर से निकलकर भी वापिस नरेश लाटा के घर के दरवाजे पर गई और गाली गलौच करते हुए नरेश लाटा को बाहर आने के लिए ललकारा। बाद में माया देवी को उनके पति एडवोट धनराज व अन्य समझा बुझाकर ले गए। घटना की सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस पहुंची। इस मामले में दोनों पक्षों ने एक—दूसरे पर मामले दर्ज करवाए है। इस प्रकरण में कोतवाली के एएसआई रतन मीणा ने बताया कि दोनों पक्षों के मामले दर्ज कर लिए है। जिनकी जांच की जा रही है। उधर, एडवोकेट धनराज ने बताया कि वे चार—पांच सालों से परेशान है। कल भी गलती नरेश लाटा व उनके परिवार की थी। बहरहाल, अब मामला पुलिस जांच के बाद ही साफ हो पाएगा।














