
गुढ़ागौड़जी।राजस्थान उच्च न्यायालय, मुख्यमंत्री एवं ग्रामीण विकास पंचायतीराज मंत्री के निर्देश पर केड ग्राम पंचायत की 1500 बीघा चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए जिला प्रशासन एक्शन मोड में है। स्थानीय प्रशासन ने केड पंचायत के राजस्व ग्राम केड में 17.18, नंगली निर्बाण में 21.38, खटकड़ में 92.45 व कीरपुरा में 2.44 हेक्टेयर गैर मुमकिन चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाने के लिए सभी कब्जों पर लाल रंग से मार्क करवा कर अतिक्रमियों को बेदखल करते हुए मंगलवार तक स्वत: कब्जे हटाने के नोटिस दिए थे। 15 सितम्बर को जिला कलेक्टर की केड में आयोजित रात्रि चौपाल में अतिक्रमियों ने कब्जों को हटाने के लिए समय बढ़ाने का आग्रह किया था। अतिक्रमियों की कब्जे हटाने के लिए एक सप्ताह का और समय दिया गया है। यदि सात दिन में अतिक्रमियों ने अतिक्रमण नहीं हटाया तो जिला प्रशासन पुलिस जाब्ता के साथ सभी अतिक्रमणों पर बुलडोजर चला सकता है और इस पर होने वाला हर्जा खर्चा भी अतिक्रमियों से ही वसूल किया जा सकता है। काटली नदी बचाओ जन अभियान संयोजक एवं स्थानीय निवासी सुभाष कश्यप ने केड की उक्त भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाने के लिए राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा जनहित याचिका संख्या 10819/2018 जगदीश मीणा बनाम राज्य एवं अन्य में पारित निर्णय की पालना के लिए जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित सार्वजनिक भूमि संरक्षण प्रकोष्ठ में वाद दर्ज करवाया था। इसके साथ साथ ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर द्वारा राज्य की सभी चारागाह समितियों को क्रियाशील करने एवं अतिक्रमण हटाए जाने बाबत 22 जुलाई 2025 को विशेष आदेश जारी कर पंचायतों व संबंधित कार्मिकों की जबाबदेही तय की थी। समाजसेवी सुभाष कश्यप ने 28 जुलाई को ही मंत्री से भेंट कर राज्य का पहला प्रकरण प्रस्तुत कर केड की चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाने की मांग की थी। वहीं मुख्यमंत्री से व्यक्तिशः भेंट कर अतिक्रमण मुक्त करवाने के साथ साथ उक्त भूमि को गौ अभ्यारण बनवाने की मांग की थी। जिला प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत, पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर एवं मुख्यमंत्री के निर्देश पर जारी अतिक्रमण मुक्त अभियान की कार्यवाही में लापरवाही बरतने वाले ग्राम विकास अधिकारी आदि पर भी गाज गिर सकती है। ज्ञात रहे कि उक्त चारागाह भूमि पर बड़े बड़े घर दुकान आदि पक्के निर्माण के साथ साथ नलकूप बनवा कर बिजली चोरी से खेती की जा रही है। वहीं आस पास के क्षेत्र में मवेशियों आदि की चोरी में भी कुछ अतिक्रमियों के इनपुट मिल रहे है।














