हिस्ट्रीशीटर डेनिस बावरिया की हत्या में बड़ी कार्रवाई, बदमाशों को भगाने और छुपाने में मददगार हुए गिरफ्तार

झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
चूरू रोड पर दिवाली के पहले दिन रात को धनूरी थाने के हिस्ट्रीशीटर डेनिस बावरिया उर्फ नरेश कुमार का अपहरण कर हत्या के मामले में फरार बदमाशों को भगाने और छुपाने के साथ—साथ फरारी काटने में मदद करने वाले लोगों पर भी पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने झुंझुनूं सदर थाना इलाके के बिशनपुरा ब्राह्मणों की ढाणी से 36 वर्षीय योगेंद्र उर्फ विक्की पुत्र प्रताप सिंह कुलहरि को तथा जयपुर पत्रकार कॉलोनी इलाके से मलसीसर थाना इलाके के ककड़ेऊ कलां गांव के 37 वर्षीय संदीप चौधरी उर्फ छोटू पुत्र जसवंत सिंह सिलाचय को गिरफ्तार किया है। पुलिस लगातार आरोपियों के पीछे है। अब तक पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ तथा पुलिस की जांच में सामने आया कि वारदात के वाले दिन ही उसी रात को करीब 12 से साढ़े बारह बजे के बीच मंदीप उर्फ मदिया, हितेश मील, प्रशांत उर्फ पोखर तथा अजय जाट बिशनपुरा गांव पहुंचे। जहां पर उन्होंने वारदात में काम ली गई कैम्पर गाड़ी योगेंद्र उर्फ विक्की को दोस्ती का हवाला देते हुए मदद मांगी। योगेंद्र उर्फ विक्की ने भी बदमाशों की मदद करते हुए वारदात में काम ली गई कैम्पर गाड़ी खुद ले ली और अपनी कार आरोपियों को भागने में मदद करने के लिए दे दी। इसी कार से आरोपी जयपुर भाग निकले। इसके बाद मंदीप उर्फ मदिया, हितेश मील, प्रशांत उर्फ पोखर तथा अजय जाट के अलावा दीपक मालसरिया भी जयपुर पहुंचे। जहां पर मदिया ने अपने पुराने साथी मलसीसर थाना इलाके के ककड़ेऊ कलां निवासी 37 वर्षीय संदीप चौधरी उर्फ छोटू पुत्र जसवंत सिंह सिलायच से मदद मांगी। संदीप चौधरी उर्फ छोटू जयपुर की पत्रकार कॉलोनी में ही चाय—पानी की दुकान चलाता है। जो मदिया का पुराना साथी रहा है। कई बार उसने मदिया की फरारी कटवाने में मदद की है। पुलिस की जानकारी में सामने आया कि चार दिनों तक, 20 से 23 अक्टूबर तक ये सभी बदमाश जयपुर में छुपे हुए थे। उन्हें छुपाने के साथ—साथ इनके खाने—पीने की सारी व्यवस्था संदीप चौधरी उर्फ छोटू ने की। लेकिन जब पुलिस बदमाशों के पीछे पीछे जयपुर में संदीप चौधरी उर्फ छोटू तक पहुंची। उससे पहले ही सभी वहां से भी फरार हो गए। जिन्हें जयपुर से भगाने में भी संदीप चौधरी उर्फ छोटू ने मदद की। पुलिस ने दोनों मददगारों को गिरफ्तार कर लिया है। अब तक इस मामले में पुलिस कुल नौ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
एसपी ने कहा— बदमाशों की मदद करने वालों को छोड़ेंगे नहीं
मामले में नामजद आरोपियों की संख्या भी 14 से बढकर 16 हो गई है। पुलिस की गिरफ्त से अभी भी सात नामजद आरोपी दूर है। इनमें छह पर पुलिस ने ईनाम घोषित कर रखा है। यही नहीं मामले के मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर मदिया, दीपक मालसरिया, हितेश मील और प्रशांत उर्फ पोखर भी पुलिस पकड़ से दूर है। पुलिस ना केवल बदमाशों के, बल्कि उनकी मदद करने वालों की भी धरपकड़ कर रही है। इधर, एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि इस मामले में किसी भी तरीके से लिप्त किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि शेष आरोपियों की धरपकड़ के लिए दो एंटी गैंगेस्टर टास्क फोर्स की टीम, दो कोतवाली की टीम के अलावा एक अन्य स्पेशल टीम लगी हुई है। स्पेशल टीम को राजस्थान से बाहर अलग—अलग राज्यों में धरपकड़ के लिए भेजा गया है।












