
झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
एमबीसी वर्ग में गुर्जर समाज की लंबित चल रही मांगों को पूरी करने के लिए राजस्थान गुर्जर महासभा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। राजस्थान गुर्जर महासभा के जिलाध्यक्ष राकेश गुर्जर ने बताया कि राजस्थान गुर्जर महासभा को प्रदेश कार्यसमिति बैठक में लिए गए निर्णय अनुसार सरकार पटेल जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस गुर्जर समाज की निम्न मांगों पर समाधान चाहने के लिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया है। जिसमें राजस्थान सरकार द्वारा गुर्जर सहित पांच जातियों को अति पिछड़ा वर्ग में सम्मिलित करके पांच प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। इसके संबंध में सर्वोच्च न्यायालय में बाद लंबित है। जिससे समाज में संशय और भ्रम बना हुआ है। आरक्षण की इस व्यवस्था को पारदर्शी एवं न्यायसंगत बनाए रखते हुए एमबीसी वर्ग को दिए गए आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में सम्मिलित करने, आरक्षण आंदोलनों के दौरान दर्ज मुकदमों को वापस लेने, सभी भर्तियों में बैकलॉग क्लियर करने, भर्तियों में उत्पन्न विसंगतियों का समाधान करने सम्बन्धित मांगों पर गुर्जर समाज के संगठनों से वार्ता करके समाज को संतोषप्रद संदेश दिया जाए। जिससे समाज के युवाओं के मन मस्तिष्क में उत्पन्न भ्रांतियों का निवारण हो सके। जिला प्रभारी सुमेर गुर्जर एवं युवा जिलाध्यक्ष जयकरण गुर्जर ने बताया कि जस्टिस जसराज चौपड़ा कमेटी द्वारा सरकार को अपनी रिपोर्ट में की गई सिफारिशों को लागू करने की प्रक्रिया में सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक रूप से उपेक्षित पिछड़े गुर्जरों के विकास के लिए देवनारायण बोर्ड का गठन किया गया है। प्रदेश में वर्ष 2008 से अब तक देवनारायण बोर्ड की स्थिति प्रभावी एवं स्वायत्ततापूर्ण नहीं है। राजस्थान गुर्जर महासभा प्रस्तुत ज्ञापन के माध्यम से देवनारायण बोर्ड को पूर्ण स्वायत्तता देने, बोर्ड को वित्तीय शक्तियां प्रदान करने तथा एमबीसी वर्ग के कल्याण के लिए सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक विकास की योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए पूर्ण स्वायत्तता प्रदान की जाए। जिससे इस वर्ग के कल्याण के निमित्त गठित इस बोर्ड की सार्थकता सिद्ध हो सके। जिला युवा उपाध्यक्ष गुमान सिंह एवं प्रेमसिंह गुर्जर ने बताया कि राजस्थान गुर्जर महासभा द्वारा वर्ष 2010 से निरंतर राजस्थान सरकार से, जिला कलेक्टर अजमेर से, देवनारायण बोर्ड के माध्यम से, सरकार के पुरातत्व विभाग, पर्यटन कला एवं संस्कृति विभाग के माध्यम से, पुष्कर (अजमेर) स्थित नागपहाड़ को श्री देवनारायण अतिशय क्षेत्र घोषित करने, नागपहाड़ पर बगड़ावत सवाईभोज, साडूमाता, श्री देवनारायणजी एवं गुरु रुपनाथजी के स्मारक बनाए जाने पुष्कर घाटी से नागपहाड़ तक सड़क निर्माण करने की मांग लगातार की जाती रही है। उन्होंने बताया कि राजस्थान गुर्जर महासभा की ओर से मुख्यमंत्री से इन मांगों पर यथाशीघ्र सकारात्मक कार्यवाही की मांग की जाती है जिससे गुर्जर समाज को सरकार की संवेदनशीलता का सकारात्मक संदेश पहुंच सके और समाज को प्रदर्शन या आन्दोलन जैसे कार्यक्रम करने की आवश्यकता ही न पड़े।












