बाल विवाह और खर्चीली शादी नहीं करने की पहल, शिक्षा समिति की प्रेरणा से होगी शादी, ना बैंड, ना सैंकड़ों बाराती

चिड़ावा । झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
सामाजिक संस्था अंबेडकर शिक्षा समिति की समाज में एक नई पहल अजा—जजा समाज के युवाओं में दहेज मुक्त शादी करने के लिए युवाओ को जागरूक कर दहेज मुक्त शादी करने की यह नई पहल देव उठनी ग्यारस दो नवंबर रविवार से शुरू करेगी। समिति संरक्षक रोहिताश महरानिया के नेतृत्व में समिति सचिव सीताराम पंवार, महेंद्र दोचनिया, रघुवीर मास्टर लड़का, लड़की पक्ष में बैठक कर दहेज मुक्त शादी कर समाज में नई चेतना की जरूरत पर बल दिया। समिति संरक्षक महरानिया ने बतया कि समिति समाज में हेने वाले बाल विवाह एवं खर्चीली शादियों पर रोक लगाने के उद्देश्य से काम करेगी। उन्होंने बताया चिड़ावा कस्बे के वार्ड नं. 31 के उम्मेद दोचनिया, जो राजकीय सेवा में खेतड़ी कोर्ट में बाबू है। जिसकी पुत्री एमएससी बीएड नीतू की शादी भड़ौंदा कलां के स्व. जुगलाल के पुत्र अमित कुमार एमएससी जो राजकीय सेवा में है, के संग दो नवंबर को शादी होना तय है। समिति ने दोनों पक्षों में जाकर दहेज मुक्त शादी कर समाज में एक अनूठी पहल शुरू करने के लिए सहमत किया। समाज को संदेश देने वाली यह पहली शादी होगी। जिसमे न घोड़ी होगी, ना बैंड होगा, ना ही सैंकड़ों की संख्या में बाराती होगे। ना ही शाही लजीज भोज होगा होगा। तो केवल बाबा साहेब अम्बेडकर के आदर्श और विचार व दूल्हा दुल्हन में सात जन्म तक का साथ निभाने का संकल्प वर-वधु दहेज मुक्त शादी कर बाबा साहेब अम्बेडकर की विचारधारा वाला नया समाज निर्माण करने का संकल्प लेंगे। इस अवसर समिति महासचिव शिवप्रसाद खुड़ौत ने बताया समिति दूल्हा-दुल्हन को उनके माता-पिता सहित प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करेगी। इस अवसर पर करणसिंह देवता, ओमप्रकाश, आशीष, मानसिंह, कश्क, सुमित्रा देवी, भतेरीदेवी, कृतिका, अंतू सहित उपस्थिति थे।













