हिस्ट्रीशीटर डेनिस बावरिया हत्याकांड में पुलिस का एक्शन जारी, अब तक 14 आरोपी नामजद, तो वहीं सात को पुलिस ने किया गिरफ्तार

0
17

बाइक से करवाया गया डेनिस का पीछा, अंडे लेने के लिए रूका तो कर लिया अपहरण, फिर मर्डर

झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
दिवाली के पहले दिन रात को धनूरी थाने के हिस्ट्रीशीटर डेनिस बावरिया की हत्याकांड को दस दिन हो गए है। पुलिस लगातार इस मामले में ना केवल कार्रवाई कर रही है। बल्कि अब तक एक 10 हजार के ईनामी सहित सात बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं अब तक गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में वारदात की एक—एक कहानी निकलकर सामने आ रही है। जमीन पर रेंगकर और सहारे के साथ चलते ये बदमाश झुंझुनूं के हिस्ट्रीशीटर डेनिस बावरिया की हत्या से जुड़े आरोपी है। डेनिस को मारने के लिए बिसाऊ थाने का हिस्ट्रीशीटर मंदीप उर्फ मदिया और झुंझुनूं सदर थाने का हार्डकोर बदमाश दीपक मालसरिया मुख्य आरोपी है। हालांकि ये दोनों ही अभी तक पुलिस पकड़ से दूर है। लेकिन अब पुलिस ने तय कर लिया है कि फरार बदमाशों को छुपाने, भगाने और फरारी कटवाने में मदद करने वाले लोगों पर भी कार्रवाई होगी। जिसके लिए इनकी मदद करने वालों की सूची बनाई जा रही है। सिटी डीएसपी वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि अब तक 14 आरोपियों को नामजद कर लिया गया है। वहीं सात आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। पुलिस ने बताया कि मामले में मंदीप उर्फ मदिया तथा दीपक मालसरिया ने ऐसे लड़कों को चुना जो अपराध की दुनिया में अपना नाम चमकाना चाहते थे और मदिया की गैंग से जुड़ना चाहते थे। इनमें से 10 हजार रूपए का ईनामी बदमाश आदित्य मीणा निवासी हांसलसर भी शामिल था। जो अपराध की दुनिया में अपना नाम चमकाने के चक्कर में मदिया और दीपक मालसरिया के संपर्क में आया और वारदात में शामिल हो गया। वहीं इस काम में परसरामपुरा के चौढाणी की ढाणी निवासी जितेंद्र उर्फ जोनी मेघवाल के जरिए भी ऐसे चार लड़कों अजय कुमार उर्फ अज्‍जू, ताराचन्‍द, पंकज जाट, धर्मपाल को इस काम के लिए बुलाया और प्लान में शामिल किया।

मंडावा रोड पर होटल पर बना था प्लान

अब तक पुलिस इस मामले में जो कड़ी से कड़ी मिला पाई है। उसके अनुसार मंदीप उर्फ मदिया तथा दीपक मालसरिया, दोनों ही डेनिस बावरिया के दुश्मन बन गए थे। पहले डेनिस बावरिया भी मंदीप उर्फ मदिया की गैंग में था। लेकिन बाद में वह मदिया गैंग से दूर हो गया। वहीं दीपक मालसरिया भी डेनिस बावरिया की सीधी दुश्मन हो गई। डेनिस को रास्ते से हटाने के लिए मंदीप उर्फ मदिया तथा दीपक मालसरिया ने हाथ मिलाया और यह सारा प्लान बनाया। जितेंद्र उर्फ जोनी ने जो लड़कें उपलब्ध करवाए। उन्हें मंडावा रोड पर सीतसर स्थित रॉयल ट्रीट होटल पर मंदीप उर्फ मदिया तथा दीपक मालसरिया से मिलाया गया। वहीं पर पूरी वारदात का प्लान बना। जिसके बाद कपिल कस्वां और राहुल उर्फ राज ने डेनिस बावरिया की पीरूसिंह सर्किल से लेकर चूरू बाईपास तक बाइक से रैकी करते हुए पीछा किया। पल—पल की जानकारी मंदीप उर्फ मदिया तथा दीपक मालसरिया को देते रहे। डेनिस बावरिया चूरू बाईपास पर अंडे लेने के लिए रूका तो उसी वक्त तीन कैंपर गाड़ियों से हमला कर डेनिस का अपहरण किया गया। जिसके बाद मंदीप उर्फ मदिया, दीपक मालसरिया और प्रशांत उर्फ पोखर सहित अन्य ने जमकर मारपीट कर मरा हुआ समझकर ही रसोड़ा गांव छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने अब सात आरोपियों पर ईनाम घोषित किया है। जिनमें से एक गिरफ्तार हो चुका है। सात से आठ टीमें लगातार दबिशें दे रही है।

मामले में अब तक गिरफ्तार आरोपी

पुलिस इस मामले में अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें कपिल कुमार कस्वां पुत्र उम्मेद सिंह जाति जाट निवासी नयासर पुलिस थाना सदर जिला झुंझुनूं, पंकज कुमार पुत्र राजेंद्र जाति जाट निवासी पंचायत समिति के पास पिपराली पुलिस थाना दादिया जिला सीकर, राहुल कुमार उर्फ राज पुत्र बंजरगलाल जाति नाई निवासी गुदड़वास पुलिस थाना रामगढ सेठान जिला सीकर, अजय कुमार ऊर्फ अज्जू पुत्र खेताराम जाति मेघवाल निवासी खिरोड़ पुलिस थाना गोठड़ा जिला झुंझुनूं, ताराचंद उर्फ टीसी पुत्र सीताराम जाति मेघवाल निवासी लाखी वालों का मोहल्ला पिपराली पुलिस थाना दादिया जिला सीकर, जितेंद्र उर्फ जोनी पुत्र ओमप्रकाश जाति मेघवाल निवासी चौढाणी की ढाणी तन परसरामपुरा थाना गोठड़ा तथा आदित्‍य मीणा उर्फ बुलिया पुत्र रामजीलाल जाति मीणा निवासी हांसलसर थाना गुढागौड़जी है। इनमें आदित्य मीणा उर्फ बुलिया 10 हजार का ईनामी बदमाश था।

मामले में फरार नामजद आरोपी

इस मामले में मुख्य आरोपी बिसाऊ थाने का हिस्ट्रीशीटर और तिलोका का बास पिवासी मंदीप उर्फ मदिया पुत्र बनवारीलाल जाति मेघवाल तथा दीपक मालसरीया पुत्र अशोक जाति जाट निवासी मालसर थाना सदर झुंझुनूं है। जिस पर पुलिस ने 25000 रूपए का ईनाम घोषित किया है। इसके अलावा हितेष मील पुत्र नेमीचंद निवासी डी-207 बसंत विहार कस्बा झुंझुनूं पर भी 25000 रूपए का ईनाम घोषित किया गया है। वहीं अजय जाट उर्फ संदीप पुत्र जगदीश कुलहरि निवासी पन्ने सिंह की ढाणी तन ठेलासर थाना रतननगर जिला चूरू, हाल गैस एजेंसी के पास बिसाऊ जिला झुंझुनूं पर 15 हजार रूपए, धर्मपाल पुत्र राजेंद्र जाति मेघवाल निवासी निचला बास दौलतपुरा कटराथल थाना दादिया जिला सीकर एवं प्रशांत उर्फ पोखर पुत्र सुरेश निवासी जीत की ढाणी थाना धनूरी पर पांच—पांच हजार रूपए का ईनाम घोषित किया है। पुलिस पूछताछ में सुरेंद्र उर्फ कालू गुर्जर का नाम भी आया है।

बदमाशों को पनाह देने वालों की भी खैर नहीं

पुलिस की टीमें लगातर एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय के निर्देशन में ना केवल राजस्थान के विभिन्न जिलों में दबिशें दे रही है। बल्कि हरियाणा, यूपी, दिल्ली आदि शहरों में भी मुखबिरों को सक्रिय किया है। पुलिस ने तय कर लिया है कि अब इन बदमाशों को छुपाने में मदद करने वालों को भी सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। वहीं अब तक जो गिरफ्तारियां हुई है। वो झुंझुनूं और सीकर जिले से की गई है। जिससे यह भी साफ है कि मंदीप उर्फ मदिया, दीपक मालसरिया, प्रशांत उर्फ पोखर के अलावा अन्य बदमाश शेखावाटी में ही छुपते फिर रहे है। जबकि मदिया जैसे शातिर और हार्डकोर अपराधी राज्य से बाहर भी फरारी काट सकते है। मदिया को लेकर अहमदाबाद से भी एक अफवाह आई थी। जिसे भी पुलिस ने साफ करते हुए अपनी तलाशी को जारी रख रखा है।

GST स्लैब में बदलाव: चूरू की जनता की राय | फायदा या नुकसान? जानिए सच्चाई | Ground Report

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here