किसान मसीहा चौधरी कुम्भाराम आर्य की 30वीं पुण्यतिथि पर सर्व समाज ने श्रद्धांजलि दी, नेताओं ने बताया—आर्य रहे किसानों के अधिकारों की आवाज
चूरू। रविवार को किसान मसीहा चौधरी कुम्भाराम आर्य की 30वीं पुण्यतिथि पर कुम्भाराम आर्य स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गयी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फाउंडेशन के महासचिव गोविन्द चौधरी थे वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता कुम्भाराम आर्य किसान फाउंडेशन के जिलाध्यक्ष एडवोकेट चेतराम सहारण ने की इस अवसर पर मुख्य अतिथि गोविन्द चौधरी ने कहा कि आर्य षोषण और अन्याय के खिलाफ संघर्ष का पर्याय रहे। फाउडेषन के जिलाध्यक्ष चेतराम सहारण ने कहा कि कुम्भाराम आर्य ने किसानों को जमीन का मालिकाना हक दिलाया तथा किसानों के मुद्दों के लिए सदैव कार्य करते रहे। एडवोकेट सहारण ने कहा कि किसानों के मुद्दों के लिए मिलकर कार्य करेंगे। जिला उप प्रमुख महेन्द्र न्योल ने बताया कि चौधरी कुम्भाराम आर्य समाज ने जातिगत विभेद को मिटाते हुए किसान वर्ग को शोषण से मुक्त करने के लिए काम किया। पंचायत समिति प्रधान दीपचंद राहड़ ने बताया कि कुम्भाराम आर्य किसान भवन के लिए विधायक हरलाल सहारण ने विधायक कोष से 21 लाख रुपए जारी किए हैं। फाउंडेशन के प्रदेश उपाध्यक्ष दलीप सरावग ने बताया कि कुम्भाराम आर्य ने राजस्थान में समस्त किसान समुदाय को जमीन का हक दिलवाया। कुम्भाराम आर्य ने धर्म, जाति की राजनीति से ऊपर उठकर किसान वर्ग की बात को प्रमुखता दी। मुख्य वक्ता कर्मचारी नेता नोरंग वर्मा ने कुम्भाराम आर्य से जुड़े अनेक संस्मरण बताते हुए कहा कि कुम्भाराम आर्य ने जागीरदारी प्रथा का डटकर विरोध किया व किसान हितों के लिए सदैव संघर्षरत रहे। आर्य विधानसभा में किसान वर्ग की समस्याओं को प्रमुखता से उठाते व निराकरण के लिए किसी भी स्तर तक लड़ाई लड़ने को तैयार रहते थे। भाजपा जिला महामंत्री अभिषेक चोटिया ने कहा कि आर्य पीड़ित मानवता के कल्याणार्थ कार्य करने वाले मसीहा थे। इस अवसर पर देहात कांग्रेस के पूर्व ब्लाक अध्यक्ष रामनिवास सहारण, जिला परिषद् सदस्य सम्पत सिंह राठौड़, महावीर नेहरा, राकेश शर्मा, मोहनलाल गढ़वाल, कांग्रेस जिला महासचिव विकास मील, हेमन्त सिहाग, हर्ष लाम्बा, मोहन अर्जून ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर सुनील ढाका, चौधरी हुणताराम इसराण, रणजीत कड़वासरा, महेन्द्र सिहाग, रामनिवास चाहर, सहीराम पूनियां, शिशुपाल बुडानिया, अनिल रणवां, राकेश बेनीवाल, ओमप्रकाश रणवां, चंदगी दूत, जसवीर गोदारा, मुकेश मील, नेमीचंद गोदारा, महादेव महिया, मोहन हुड्डा, कृष्ण इसराण, रणजीत गेट, सचिन सहारण, विजेन्द्र मंडार, योगेश राहड, अविनाश सहारण, यशपाल रणवां, अमीलाल धेतरवाल, राकेश थालौड़, डॉ राजकुमार पूनियां, मनोज फगेडिया सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अजीत मेघवाल ने किया।











