चारों बदमाशों का पुलिस ने निकाला जुलूस, कान पकड़कर बोले, अब नहीं करेंगे अपराध
बगड़।झुंझुनूं पुलिस की बदमाशों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। बगड़ थाने में दर्ज एक मामले में पुलिस ने दो हिस्ट्रीशीटर और ईनामी बदमाश सहित चार जनों को दबोचा है। गुरूवार को गिरफ्तारी के बाद उनका बगड़ के बाजार में जुलूस निकाला गया। इस दौरान बदमाश ठीक से ना तो चल पा रहे थे और अपना सिर झूकाए कान पकड़कर अब अपराध नहीं करेंगे, भी बोलते हुए दिखाई दिए। एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि करीब पांच महीने पहले 21 मई को क्यामसर निवासी एक युवक ने थाने में मामला दर्ज कराया था कि वह झुंझुनूं से अपने गांव जा रहा था तो प्रतापपुरा अंडरपास के समीप पांच बदमाशों ने उसकी बाइक रूकवाई और जानलेवा हमला किया। यही नहीं आरोपी उसके पास से ज्वैलरी और नगदी लूटकर ले गए। युवक ने पांच नामजद आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई। पुलिस ने जब आरोपियों को ढूंढना शुरू किया तो सभी फरार हो गए थे। इसी दौरान डीएसटी नवलगढ़ के कांस्टेबल अमित कुमार को सूचना मिली कि हार्डकोर, ईनामी हिस्ट्रीशीटर बदमाश नितिश उर्फ ब्लेकिया अपने गांव माखर की ढाणी आया हुआ है। जिस पर बगड़ पुलिस ने नितिश उर्फ ब्लेकिया उर्फ कालू पुत्र उम्मेद सिंह जाट के घर पर दबिश दी तो वहां पर नितिश उर्फ ब्लेकिया मिला। उसके साथ ही मौके पर माखर निवासी राहुल उर्फ कालू पुत्र सुरेश पूनियां मिला। दोनों ने पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने दोनों को दबोच लिया। दोनों की निशानदेही पर इस प्रकरण में नितिश उर्फ ब्लेकिया के साथी और सूरजगढ़ थाने के हिस्ट्रीशीटर पांच हजार रूपए के ईनामी बदमाश संदीप उर्फ डांग पुत्र रोहिताश्व जाट निवासी बिशनपुरा तन अगवाना तथा माखर की ढाणी निवासी अजय जाखड़ पुत्र रामनिवास जाखड़ को मठ स्टैंड के पास से दस्तयाब किया गया। चारों को पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है। आपको बता दें कि 26 साल का नितिश उर्फ नितेश उर्फ ब्लेकिया उर्फ कालू माखर की ढाणी का रहने वाला है। जिस पर विभिन्न धाराओं में 17 मामले दर्ज है। एसपी ने बताया कि इन आरोपियों पर हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, जेल से फरार होने और जेल में मोबाइल आदि रखने के भी मामले है। नितिश उर्फ नितेश उर्फ ब्लेकिया जिले का मोस्ट वांटेड था। जिस पर पुलिस ने 10 हजार रूपए का ईनाम भी घोषित किया हुआ था। एसपी ने बताया कि ये आरोपी पिछले 5 महीनों से फरार चल रहे थे। आरोपी पुलिस से बचने के लिए जयपुर और मुंबई जैसी जगहों पर फरारी काट रहे थे। पुलिस टीम ने आरोपियों का पता लगाने के लिए सैंकड़ों सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले।