प्राइवेट कंसलटेंसी फर्म का तकनीकी विशेषज्ञ दीपक टेलर 10 हजार रूपए की रिश्वत के साथ गिरफ्तार
सूरजगढ़।झुंझुनूं एसीबी की टीम ने गुरूवार को सुबह—सुबह एक निजी कंसलटेंसी फर्म के कर्मचारी को सरकारी योजना का लाभ दिलाने के नाम ली गई 10 हजार रूपए की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है। कस्बे के नया बस स्टैंड के पास जिस जबह पर पिछले रविवार को विजयादशमी के दिन बुराई के प्रतीक माने जाने वाले रावण का दहन किया गया था। गुरूवार को ठीक एक सप्ताह बाद उसी जगह पर भ्रष्टाचारी तकनीकी विशेषज्ञ रिश्वत के साथ गिरफ्तार हुआ। एसीबी झुंझुनूं के डीएसपी शब्बीर खान ने बताया कि सूरजगढ़ कस्बे के रहने वाले परिवादी कैलाशचंद्र शर्मा ने छह अक्टूबर को एसीबी में शिकायत की थी कि प्रधानमंत्री आवास योजना में उसे सरकार द्वारा ढाई लाख रूपए की राशि मिलनी है। जिसकी एक किस्त के एक लाख रूपए उसे प्राप्त हो गए है। वहीं शेष डेढ़ लाख रूपए के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए सूरजगढ़ नगरपालिका में कार्यरत प्राइवेट कंसलटेंसी फर्म के शहर स्तरीय तकनीकी विशेषज्ञ दीपक कुमार टेलर उससे 40 हजार रूपए की राशि मांग रहा है। एसीबी ने जब शिकायत का सत्यापन करवाया तो शिकायत सही मिली। आज सुबह परिवादी कैलाशचंद्र शर्मा जब पूर्व में दी गई एक लाख रूपए की राशि की एवज में 10 हजार रूपए की रिश्वत देने के लिए पहुंचा तो तकनीकी विशेषज्ञ ने उसे सूरजगढ़ कस्बे के ही नया बस स्टैंड पर बुलाया। जहां पर उसने 10 हजार रूपए की राशि लेकर अपनी जेब में रख ली। साथ ही कहा कि शेष डेढ लाख रूपए जब स्वीकृत होंगे तो उसके एवज में 40 हजार रूपए दे देना। लेकिन इतने में ही एसीबी ने तकनीकी विशेषज्ञ दीपक टेलर को दबोच लिया और उसे नगरपालिका सूरजगढ़ ले आई। डीएसपी शब्बीर खान ने बताया कि आरोपी को एसीबी कोर्ट झुंझुनूं में पेश किया जाएगा।
प्राइवेट कंसलटेंसी फर्म का कर्मचारी है दीपक
आपको बता दें कि कुछ सालों से प्रधानमंत्री आवास योजना को और गति देने के लिए स्थानीय निकाय विभाग जयपुर ने एक कंसलटेंसी फर्म को ठेका दिया हुआ है। इसी फर्म के कर्मचारी के रूप में सूरजगढ़ नगरपालिका में शहर स्तर तकनीकी विशेषज्ञ के पद झालावाड़ निवासी दीपक टेलर कार्यरत है। जिसके पास ना केवल सूरजगढ़, बल्कि चिड़ावा सहित जिले की अन्य निकायों का अतिरिक्त कार्यभार भी है। दीपक सूरजगढ़ में ही फायर स्टेशन के पास एक कमरे पर रहता है। जो सालभर पहले ही फर्म द्वारा ट्रांसफर करके सूरजगढ़ भेजा गया है।
रावण दहन के स्थान पर ऐसे पहुंचे परिवादी और रिश्वतखोर तकनीकी विशेषज्ञ
परिवादी कैलाशचंद्र शर्मा ने बताया कि पूर्व में हुई बातचीत के अनुसार गुरूवार को ही दीपक टेलर को 10 हजार रूपए देने थे। हालांकि बुधवार रात को दीपक ने कैलाशचंद्र शर्मा को फोन किया था। लेकिन उसने रिसिव नहीं किया। सुबह चार बजे ट्रेन के जरिए कैलाशचंद्र झुंझुनूं पहुंचा। जहां पर एसीबी की टीम के साथ रवाना हुआ। टीम के साथ वह सीधे दीपक टेलर के फायर स्टेशन पर स्थित कमरे पर पहुंचा। लेकिन जब दीपक वहां नहीं मिला तो कैलाशचंद्र शर्मा ने दीपक को फोन किया। जिसने बताया कि वह मार्केट आया हुआ है। दीपक ने ही उसे सूनसान जगह देखते हुए नया बस स्टैंड के पास रावण दहन वाली जगह बुलाया और दीवार की ओट में पैसे लिए। लेकिन पैसे लेते ही एसीबी की टीम ने दीपक को दबोच लिया।
पहले बोला में ही सबकुछ, बाद में बोला सबको देने पड़ते है
परिवादी कैलाशचंद्र शर्मा ने बताया कि जब एक लाख रूपए उसके खाते में 20 सितंबर को आए थे और बाकि के पैसों के लिए वह दीपक टेलर से मिला। तो उसने पैसे मांगे। उसने कहा कि वह जेईएन है। सबकुछ वो ही करता है। लेकिन बाद में कैलाशचंद्र ने पैसे नहीं दिए और खर्च होने का बहाना बनाया। इसके बाद भी दीपक लगातार दबाव बना रहा था। दीपक ने उसे कहा कि डेढ़ लाख तभी आएंगे। जब पहले 20 हजार रूपए देगा। बाकि के 20 हजार रूपए डेढ़ लाख रूपए आने के बाद देने की बात कही। लेकिन कैलाशचंद्र ने 20 हजार रूपए नहीं होने को कहा। तो दीपक ने 10 हजार रूपए एक—दो दिन में और 10 हजार रूपए दिवाली पर देने के लिए कैलाश को कहा। कहा कि दिवाली पर वह गांव जाएगा। उस वक्त 10 हजार रूपए और देने पड़ेंगे। इसी बात पर सौदा तय हुआ। इस दौरान दीपक ने कहा कि उसे अन्य अधिकारियों को भी पैसे देने पड़ेंगे।