चूरू। जिला शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) में राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर के निर्देशानुसार गुरुवार को जिला-स्तरीय कला उत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में छुपी कला रूपी प्रतिभा को पहचान कर उन्हें प्रोत्साहन देना। कार्यक्रम के समापन सत्र में समसा एडीपीसी सरिता आत्रेय, कार्यक्रम अधिकारी सुरेन्द्र महला, ओमप्रकाश बारूपाल ने प्रत्येक श्रेणी में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे विद्यार्थियों को प्रशस्ति-पत्र व प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर आत्रेय ने कहा कि भारतीय कला-सांस्कृतिक विविधता को समझकर उसे उत्सव के रूप में मनाये और इस अनुभव से एक श्रेष्ठ भारत की अवधारणा में योगदान के लिये प्रेरित किया। कार्यक्रम अधिकारी सुरेन्द्र महला ने बताया कि कार्यक्रम में कक्षा 9-12 के लगभग 70 प्रतिभागियों ने 12 प्रमुख श्रेणियों में संगीत, गायन, वादन, एकल नृत्य, समूह नृत्य, शास्त्रीय नृत्य, क्षेत्रीय नृत्य, देश भक्ति गीत, नाटक लोकगीत आदि विधाओं में सहभागिता निभाई। जिला स्तर पर प्रत्येक श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी राज्य-स्तर पर आयोजित कला उत्सव में जिले का प्रतिनिधत्व करेंगे। कार्यक्रम में सहायक परियोजना समन्वयक रामनिवास पूनिया, जितेन्द्र कुमार माली, रजनीश धुआं, गुगनराम खाती, मनोज कुमार कालोड़ी, दिनेश स्वामी, रामप्रसाद परिहार, धर्मेन्द्र सिंह राठौड़, कृष्ण नैण, शिवदत्त यादव, राजेश गढ़वाल आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन रणवीर धिंधवाल ने किया।