धार्मिक अनुष्ठान के साथ सभा में मंदिर भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने की रणनीति पर चर्चा, पुलिस और सरकार की निष्क्रियता पर जताई नाराजगी
मलसीसर। ग्राम लादूसर के शिव मंदिर में सोमवार को हवन व रुद्राभिषेक का अनुष्ठान किया गया। उक्त अनुष्ठान में मुख्य यजमान जिला प्रमुख व जिला भाजपा अध्यक्ष हर्षिनी कुलहरि थी। मंदिर परिसर में हर्षिनी ने एक पेड़ मां के नाम अभियान में एक पेड़ लगाया। मंदिर में विद्वान पंडितों की टीम के द्वारा मंत्रोचार के साथ रुद्राभिषेक किया गया। इसके बाद मलसीसर उपखंड के सरपंच प्रतिनिधियों द्वारा धर्म की रक्षा व मंदिर की अवैध अतिक्रमण की गई भूमि को मुक्त करवाने को लेकर सभा को संबोधित किया। संबोधन में सुरेश खिदरसर, बीरबल, कुलदीप पूनियां, ताराचंद कोलिंडा, फूलसिंह दूलड़ पूर्व सरपंच सोनासर, मनोज कालेर तथा अजय कुमार आदि थे। डॉ. लालचंद ढाका ने अपने संबोधन में जमीन खाली करवाने का आह्वान करते हुए एक परिवार विशेष की दबंगई का जिक्र करते हुए विधि सम्मत लड़ाई लड़ने का शिलशिला जारी रखने का एलान किया। संघर्ष समिति के प्रवक्ता महिपाल सिंह ढाका ने सभा को संबोधित करते हुए सनातन धर्म की प्रतिष्ठा व महिमा का गुणगान कर लोगों में हुंकार भरी तथा साथ ही लादूसर सरपंच बलबीर के साथ मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा विगत दिनों की गई मारपीट के सम्बन्ध में पुलिस की उदासीनता को लेकर नाराजगी जाहिर की। घटना के लगभग एक महीना बीतने के बाद भी पुलिस द्वारा केवल दो आरोपियों को पकड़ कर इतिश्री कर ली। शेष आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की गई। मंदिर माफी की जमीन पर बोलते हुए गौरक्ष दल के प्रवीण स्वामी ने हिंदुओं को जाग्रत करने के लिए उनके स्वाभिमान को ललकारा और उन्हें आगाह किया कि मंदिरों के अतिक्रमण की समस्या केवल लादूसर की ही नहीं है। बल्कि सम्पूर्ण भारत वर्ष में मुस्लिम समुदाय द्वारा अतिक्रमण किए जा रहे है। जिसके लिए उन्होंने केंद्र सरकार की ढुलमुल नीति को जिम्मेदार ठहराया। कार्यक्रम के अंत में अध्यक्षीय भाषण में बिसाऊ के महंत रविदास महाराज ने मुस्लिम समाज को चेतावनी देते हुए बताया कि जब तक जमीन खाली नहीं होती मुझे मंदिर में ही डेरा डालना पड़ेगा। इसके लिए उन्होंने आंदोलन के आगे की रणनीति पर चर्चा की और हिंदुओं को लामबंद होने की अपील के साथ कार्यक्रम के समापन की घोषणा कर सभा का विसर्जन किया।