नगरश्री संस्थापक स्व. सुबोध कुमार अग्रवाल की पुण्यतिथि पर चूरू में आयोजन

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नवीन पीढ़ी को विरासत से जोड़ने के उद्देश्य से नगरश्री म्यूजियम में विशेष कार्यक्रम

चूरू।लोक संस्कृति शोध संस्थान नगरश्री के संस्थापक व साहित्यकार स्व. सुबोध कुमार अग्रवाल की 17वीं पुण्यतिथि के अवसर पर शनिवार को नगरश्री म्यूजियम में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई, जिसके बाद उपस्थितजनों ने उनके समाज और संस्कृति के क्षेत्र में दिए गए योगदान पर विचार साझा किए।

छात्रों ने देखा चूरू की ऐतिहासिक धरोहर

संस्था के सचिव श्यामसुन्दर शर्मा ने बताया कि इस अवसर पर पुत्री पाठशाला, गीतांजलि स्कूल, मेरीगोल्ड स्कूल, एसके मेमोरियल स्कूल, जैन श्वेताम्बर स्कूल और आपणी पाठशाला के छात्र-छात्राओं ने म्यूजियम में संग्रहित दुर्लभ वस्तुओं का अवलोकन किया और चूरू के इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त की।

नगरश्री में सहेजी गई अमूल्य धरोहर

कार्यक्रम संयोजक सुनील भाऊवाला ने बताया कि स्वर्गीय सुबोध कुमार अग्रवाल ने चूरू की सांस्कृतिक विरासत को संजोने के लिए जीवन भर कार्य किया। उनके प्रयासों से नगरश्री में सैंकड़ों साल पुराने साहित्य, बहीखाते, सिक्के, बकरा गाड़ी, वेशभूषा और अन्य ऐतिहासिक वस्तुएं संरक्षित हैं। देशभर से शोधार्थी यहां अध्ययन करने आते हैं।हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी इस आयोजन का उद्देश्य युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति और इतिहास से परिचित कराना रहा।

कार्यक्रम में अनिल कानखेडीया, कुलदीप गोयल, रवि दाधीच, उमेश दाधीच, कुलदीप शर्मा, बाबू पाटिल, नरेंद्र शर्मा, शशि अग्रवाल, सुशील अग्रवाल, मानव, निष्ठा, मानष सहित अनेक लोगों ने आयोजकीय भूमिका निभाई।हिंदुस्तान स्काउट एंड गाइड के बच्चों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर महावीर जी विजय शर्मा, अभिलाषा भाटी, राजेश कस्वां, अंजू सहित अनेक शिक्षक भी उपस्थित रहे और कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग दिया।

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