चूरू। जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने कहा है कि सूचना, तकनीकी और संचार क्रांति के इस युग में डिजिटल साक्षरता बहुत जरूरी है। हम सभी को मिलकर इस दिशा में काम करना चाहिए। जिला कलक्टर बुधवार को जिला कारागृह में पुरस्कृत शिक्षक फोरम राजस्थान, जिला शाखा चूरू के सहयोग से जिला साक्षरता एवं सतत शिक्षा विभाग की ओर से संचालित साक्षरता अभियान के शुभारंभ अवसर पर संबोधित कर रहे थे। जिला कलक्टर ने कहा कि क्षेत्र में सामान्य शिक्षकों और पुरस्कृत शिक्षकों की अच्छी संख्या है, इसके बावजूद महिला साक्षरता की दिशा में बहुत काम किए जाने की जरूरत है। उन्होंने जिला कारागृृह में संचालित पुस्तकालय व्यवस्था पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि पुरस्कृत शिक्षक फोरम, राजस्थान, जिला शाखा चूरू की ओर से जिला कारागृह में शुरू की गई पुस्तकालय की सुविधा सराहनीय है। जिला कलक्टर ने एक कहानी के माध्यम से पुस्तकों के महत्त्व को भी रेखांकित किया तथा निरक्षर बन्दियों में पढ़ने की ललक को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की।पुरस्कृत शिक्षक फोरम, राजस्थान के जिला सचिव ओमप्रकाश तंवर ने जेल में पुस्तकालय की सुविधा का विस्तार से परिचय करवाते हुए बताया कि वर्तमान में लगभग 150 पुस्तकों का प्रति माह लेन-देन होता है। पाठकों की सुविधा के लिए पुस्तकालय कक्ष के निर्माण हेतु विधायक राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने अपने विधायक कोष से दस लाख पचास हजार रुपये की राशि की स्वीकृति जारी की है। उन्होंने बताया कि आज से तीन वर्ष पूर्व एक आलमारी और पांच सौ पुस्तकें प्रदान कर बन्दियों के लिए पुस्तकालय की सुविधा प्रदान की गई थी जिसका विस्तार करके वर्तमान में लगभग दो हजार पुस्तकें और चार आलमारियां हैं तथा बैठकर पढ़ने के लिए फर्नीचर और दरी की भी सुविधा है। फोरम की ओर से उपकारागृह, राजगढ़ और रतनगढ़ में भी बन्दियों के लिए पुस्तकालय की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है।जिला साक्षरता अधिकारी एवं फोरम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओमप्रकाश फगेड़िया ने बताया कि पांच वर्षीय नव साक्षर भारत कार्यक्रम 2022 से 2027 तक चलेगा जिसका उद्देश्य आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता प्रदान करना, महत्त्वपूर्ण जीवन कौशल का विकास करना, डिजिटल साक्षरता, बुनियादी शिक्षा, व्यावसायिक कौशल विकास एवं सतत शिक्षा प्रदान करना है। इस अभियान के अन्तर्गत जिला कारागृह के बीस निरक्षर बन्दियों का चयन किया गया है जिन्हें फोरम के जिला अध्यक्ष एवं से.नि. जिशिअ. सूर्यप्रकाश त्रिवेदी और से.नि. प्रधानाचार्य लक्ष्मणराम नैण के मार्गदर्शन में साक्षरता मित्र बन्दियों द्वारा पढ़ाया जायेगा। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा निरक्षर बन्दियों को साक्षर होने का संकल्प भी दिलवाया गया। जेल उपाधीक्षक कैलाशसिंह ने धन्यवाद दिया। उप कारापाल पवनकुमार टाडा, मुख्य प्रहरी मोहरसिंह, सुरेश कुमार, धनराज पटीर, प्रहरी मुकेश कुमार मीणा, राजेश कुमार मीणा, सरला कुमारी, लक्ष्मी आदि ने कार्यक्रम के आयोजन में सक्रिय भागीदारी निभाई।