
झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
मोरारका राजकीय महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की तीनों इकाइयों द्वारा द्वितीय एकदिवसीय शिविर का सफल आयोजन रविवार को किया गया। स्वयंसेवकों ने सामाजिक उत्तरदायित्व, श्रमदान, जागरूकता एवं बौद्धिक गतिविधियों में उत्साहपूर्वक भागीदारी की। इस एकदिवसीय शिविर का उद्घाटन महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. सुरेंद्र सिंह व प्रो. मंजू चौधरी जिनके नेतृत्व में दान अभियान चलाया गया। प्रथम सत्र में दान वितरण एवं सामाजिक जागरूकता अभियान के तहत तीनों इकाइयां क्रमशः नागरपुर मोहल्ला, भान नगर और खेतानों की बस्ती पहुंचीं। जहां स्वयंसेवकों द्वारा खिलौने, वस्त्र, स्टेशनरी व अध्ययन सामग्री का वितरण किया गया। बस्ती एवं इसके आस-पास के क्षेत्र में श्रमदान गतिविधियां संचालित की गई तथा स्थानीय समुदाय को स्वच्छता एवं स्वच्छ परिवेश के महत्व से अवगत कराते हुए आवश्यक संदेश प्रदान किए गए। बच्चों एवं स्थानीय नागरिकों को धर्मनिरपेक्षता, अहिंसा तथा बाल–श्रम के विरुद्ध जागरूकता प्रदान की गई। समाज में समानता, भाईचारे और मानवीय संवेदनाओं के महत्व पर संवाद किया गया। इस जागरूकता अभियान ने बस्ती में सकारात्मक वातावरण उत्पन्न किया।यह सत्र मुख्यतः दान एवं जागरूकता पर आधारित रहा। द्वितीय सत्र में स्वयंसेवकों ने नशा-मुक्ति रैली निकाली। जिसमें नशे को त्यागें–स्वस्थ जीवन अपनाएं व स्वस्थ युवा-स्वस्थ भारत जैसे नारों के माध्यम से समाज को जागरूक किया गया। रैली के पश्चात महाविद्यालय परिसर में एनएसएस स्वयंसेवकों ने श्रमदान के दौरान पौधों की निराई–गुड़ाई, कटाई-छंटाई तथा परिसर की व्यापक साफ–सफाई की। साथ ही परिसर में फैले सूखे कचरे एवं प्लास्टिक अपशिष्ट को एकत्र कर उसका उचित निस्तारण किया गया। यह सत्र श्रमदान को समर्पित रहा। तृतीय सत्र में एक बौद्धिक परिचर्चा आयोजित हुई। जिसमें स्वयंसेवकों ने धर्मनिरपेक्षता का महत्व, सद्भावपूर्ण समाज,अहिंसा एवं गांधीवादी मूल्यों की प्रासंगिकता, राष्ट्रीय एकता व राष्ट्रनिर्माण में युवाओं की भूमिका पर अपने विचार प्रस्तुत कर समाज में शांति, एकता एवं सद्भाव को मजबूत करने का संकल्प लिया। अंत में प्रतिवेदन व अनुभव-वाचन के पश्चात राष्ट्रीय गान के साथ शिविर का समापन हुआ। इस शिविर में तीनों इकाइयों के कार्यक्रम अधिकारी रमेश कुमार, डॉ. विकास मील व डॉ. आकांक्षा डूडी, बोनी व रवीन्द्र मौजूद रहे।














