नवनिर्माण इस्कॉन मंदिर में गौपूजन, गोवर्धन पूजा एवं अन्नकूट महोत्सव मनाया

0
20

झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
जय श्रील प्रभुपाद भगवान श्री कृष्ण की कृपा से फौज का मोहल्ला में निर्माणाधीन श्री श्री राधा मदनगोपाल गौर हरि मंदिर में बुधवार को विशेष कार्यक्रम श्री गौ पूजन और गोवर्धन पूजा उत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें सुबह 10 से 11:30 बजे हरिनाम संकीर्तन, दामोदर अष्टकम, दीपदान और गोवर्धन लीला कथा क्रोशिया (रूस) से पूजनीय एचजी अद्भुत हरि प्रभुजी के पावन सानिध्य में अक्षोभ्य दास, भक्त रितिक, भक्त हेमंत जुहू मुंबई से भक्त समूह के साथ आयोजित की गई। कार्यक्रम का समापन हरि भक्तों को भोजन अन्नकूट महाप्रसाद के साथ किया गया। इस अवसर पर विशेष आकर्षण भव्य अन्नकूट भोजन प्रसाद, मधुर भजन-कीर्तन-कथा दीपदान और अद्भुत आध्यात्मिक आनंद रहा। इस्कॉन मंदिर झुंझुनूं के प्रबंधक नवीन कांति दास द्वारा कार्यक्रम का कुशल संचालन करते हुए पधारे हुए सभी दानदाताओं एवं अतिथियों का स्वागत अभिनंदन किया गया। झुंझुनूं कार्यक्रम में पधारे डार्को व्लाचिना, जिन्हें अद्भुत हरि दास के नाम से भी जाना जाता है का श्री श्याम आशीर्वाद सेवा संस्था की ओर से दुपट्टा ओढाकर राधा कृष्ण का प्रतीक चिह्न भेंटकर स्वागत अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर इस्कॉन मंदिर के हरि भक्त राधा मदन मोहन दास, डॉ. नवीन कांति दास, प्रमोद शर्मा प्रभु, सोमवीर प्रभु, पवन केजड़ीवाल, परमेश्वर हलवाई, दामोदरप्रसाद अग्रवाल, पवन अग्रवाल गुढ़ावाला, डॉ. डीएन तुलस्यान, सीए पवन केडिया सहित अन्य हरिभक्त बड़ी संख्या में उपस्थित थे। इस्कॉन मंदिर के हरिभक्त राधा मदनमोहन दास एवं नवीन कांति दास ने बताया कि श्री श्री राधा मदनगोपाल गौर हरि मंदिर निर्माणाधीन में अभी तक प्रथम चरण का कार्य लगभग पूर्ण किया जा चुका है। द्वितीय चरण निर्माणाधीन है। जिसके लिए सभी उदारमना दानदाता भामाशाहों से सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने बताया कि नित्य सेवा हर व्यक्ति के लिए निस्वार्थ दान कार्यक्रम है, जो इस्कॉन झुंझुनूं से जुड़े हैं या जुड़ने के इच्छुक है। सभी दान राशि का उपयोग श्री श्री राधा मदनगोपाल गौर हरि भोग, वैष्णव सेवा, प्रसाद वितरण, प्रचार कार्यक्रम, उत्सव आयोजन, मंदिर की देखभाल एवं मंदिर निर्माण के उपयोग में किया जाएगा। कार्यक्रम में उपस्थित डार्को व्लाचिना एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक, लेखक और वक्ता हैं। जिन्हें भारत और विदेशों में समान रूप से जाना जाता है। उन्होंने विज्ञान, मनोविज्ञान और आध्यात्मिकता के मेल पर विश्वभर में प्रभावशाली भाषण दिए हैं। पेशे से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के विशेषज्ञ, उन्होंने आईआईटी मुंबई, एनआईटी जयपुर और कई अन्य प्रतिष्ठित कॉलेजों में वार्ताएं दी हैं और छात्रों के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन का स्रोत रहे हैं। यूरोप (क्रोएशिया) में जन्मे, उनकी वेदिक ग्रंथों और जीवन के प्रति व्यक्तिगत लगाव और प्रशंसा उल्लेखनीय है, जो हमें जीवन के सही अर्थ और उद्देश्य की ओर ले जाती है। वह वर्तमान में इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस), मुंबई के कैंपस प्रचार विभाग के प्रमुख हैं। उन्होंने वेदिक कॉस्मोलॉजी, वेदांत और विज्ञान, आत्म-प्रबंधन की कला एवं उच्च स्तर की चेतना विषयों पर व्यापक शोध किया है।

GST स्लैब में बदलाव: चूरू की जनता की राय | फायदा या नुकसान? जानिए सच्चाई | Ground Report

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here