नगर परिषद रंगमंच पर श्रीरामलीला समिति का सातवां दिन रहा भावुक क्षणों का साक्षी
हनुमानगढ़।हिमांशु मिढ्ढा
टाउन स्थित नगर परिषद रामलीला रंगमंच पर श्रीरामलीला समिति द्वारा आयोजित संभाग की सबसे बड़ी रामलीला के सातवें दिन श्रद्धा और भावनाओं से ओत-प्रोत प्रस्तुतियां हुईं। शुरुआत इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों द्वारा मां जगदम्बा की सचेतन झांकी की पूजा-अर्चना व आरती से हुई। इसके पश्चात मंच पर केवट प्रसंग, गंगा पार, राजा दशरथ का मरण, भरत का चित्रकूट गमन और भरत-मिलाप जैसे मार्मिक प्रसंगों का मंचन हुआ। विशेषकर भरत-मिलाप का दृश्य देखकर उपस्थित श्रद्धालुओं की आंखें नम हो उठीं और मंचन पर देर तक तालियां गूंजती रहीं। रामलीला में कलाकारों ने अपनी-अपनी भूमिकाओं का सजीव चित्रण किया। केवट की भूमिका में महेंद्र सिंह, भरत की भूमिका में अशोक मिड्ढा, राम के रूप में ओम स्वामी, सीता की भूमिका में राकेश कुमार, लक्ष्मण के रूप में संजय सैन, कौशल्या की भूमिका में मनीष नागपाल तथा कैकयी की भूमिका में चंद्रमोहन ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। इस भव्य रामलीला का संचालन डायरेक्टर प्रेम रतन पारिक और उपनिदेशक अशोक मिड्ढा व बहादुर सिंह चौहान के सानिध्य में किया जा रहा है।समिति सचिव दिनेश तलवाड़िया ने बताया कि पिछले 65 वर्षों से श्रीरामलीला समिति द्वारा इस रामलीला का मंचन अनुभवी कलाकारों के साथ किया जा रहा है। बीकानेर संभाग की यह पहली रामलीला है, जो पूरी श्रद्धा और परंपरागत गरिमा के साथ खेली जाती है। समिति अध्यक्ष अर्चित अग्रवाल ने बताया कि इस वर्ष भी परंपरा अनुसार 100 ग्राम चांदी के सिक्के से प्रतिदिन देवी-देवताओं की झांकी का तिलक किया जा रहा है। यह सिक्का 3 अक्टूबर 2025 को रात्रि 12.15 बजे लॉटरी द्वारा निकाला जाएगा और सौभाग्यशाली श्रद्धालु को भगवान श्रीराम के हाथों से भेंट किया जाएगा।
इस अवसर पर समिति संरक्षक बालकिशन गोल्याण, सचिव दिनेश तलवाड़िया, स्टेज प्रभारी सुंदर बंसल व हेमंत शर्मा, कोषाध्यक्ष सतीश गर्ग,सजन बंसल,गोपाल शर्मा,चॉदरतन खदरीया,पवन खदरीया,देवेन्द्र गुप्ता,सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु व गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। मंच संचालन प्रहलाद गुप्ता ने किया। रामलीला के दौरान दर्शकों से प्रश्न पूछकर सही उत्तर देने वालों को दक्षिण मुखी बालाजी मंदिर न्यास की ओर से पुरस्कृत भी किया गया। मंच पर सीनरी सजावट का कार्य गोपाल शर्मा की टीम द्वारा किया जा रहा है।