खिरोड़ । टोडपुरा गांव में चल रहे शेखावाटी क्षेत्र का ऐतिहासिक पशु मेला हर्षोल्लास और उमंग के साथ सम्पन्न हुआ। इस मेले में दूर-दराज़ से आए पशुप्रेमियों, दर्शकों व ग्रामीण जनता ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। मेले के समापन अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया गया। पारम्परिक लोक कला, घोड़ों की शानदार प्रस्तुतियों और आकर्षक झांकियों ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। पशु मेले में घूड़ दौड़ प्रतियोगिता मैं महेंद्र मीणा लीलन घोड़ी प्रथम स्थान पर रही। मुकेश बिलवा की काजल घोड़ी द्वितीय स्थान पर व कालू बुगला की लीलन घोड़ी तृतीय स्थान पर रही। नृत्य प्रतियोगिता में काजल घोड़ी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान पर अनिल मीणा सिंगनौर की घोड़ी का रहा। तृतीय स्थान पर लीलन घोड़ी राजेंद्र दूत की रही। ऊंट प्रतियोगिता में देवराज का ऊंट प्रथम स्थान पर मनीष भारड़ का ऊंट द्वितीय स्थान एवं तृतीय स्थान पर अर्जुन टीटनवाड़ का ऊंट रहा। मेले के दौरान सभी को प्रतीक चिह्न व नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। समापन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथियों ने आयोजन समिति के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन हमारी लोक संस्कृति को संजोने और नई पीढ़ी तक पहुंचाने का माध्यम हैं। आयोजन समिति के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने सभी आगंतुकों, सहयोगियों और प्रायोजकों का आभार व्यक्त किया तथा आश्वस्त किया कि आने वाले वर्षों में यह मेला और भी भव्य स्वरूप में आयोजित किया जाएगा। सम्मान समारोह पर डॉ. धर्मपाल चौधरी ने मेले में पधारे सभी आगंतुक पशुपालकों को शुभकामना देते हुए कहा कि मैं आपके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं व साथ ही आपको इस मेले में पधारने पर आपका अभिनंदन करता हूं।