झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
जिले के बिशनपुरा निवासी प्रिंस कुलहरि भारतीय नौ सेना में चयनित होने के बाद ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (ओटीए) गया से प्रशिक्षण प्राप्त कर अब वे भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं। इनके पिता अमीलाल कुलहरि भी भारतीय नौसेना में एमसीपीओ पद पर अपनी सेवा दे रहे हैं। दो बड़ी बहन इंजीनियर रौनक एवं डॉ. रिंकू है। मां संगीता ने बताया कि प्रिंस की स्कूलिंग एनसीएस मुंबई से हुई तथा बाद में इन्होंने आईटी कंप्यूटर साइंस से की। रोडवेज में परिचालक पद पर रहे ताऊजी किशोर कुलहरि ने कहा कि परिवार में यह तीसरी पीढ़ी है जो लगातार देश सेवा में अपनी भूमिका निभा रही है। प्रिंस ने बचपन से ही देश सेवा का सपना देखा था। इसके लिए निरंतर प्रयास करता रहा। प्रिंस ने बताया कि मेरे दादाजी भी भारतीय सेना में रहे थे, उसके बाद पापा, जीजाजी लेफ्टिनेंट कर्नल दिनेश चाहर, कैप्टन प्रदीप तथा बहन मेजर अनु झाझड़िया भी भारतीय सेवा में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। फूफाजी सीओ शिवमाल झाझड़िया, जीजाजी सूबेदार मानसिंह झाझड़िया (वर्तमान में अकाउंटेंट) तथा हवलदार अनिल झाझड़िया (वर्तमान में व्याख्याता) भी भारतीय सेना में में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। साथ ही भाई मनोज (अध्यापक), धर्मवीर मर्चेंट नेवी, इंजीनियर रमेश तथा बहन मंजू नर्सिंग ऑफिसर, अंजू चौधरी व्याख्याता, रेणू झाझड़िया प्राचार्य भी मुझे हमेशा प्रेरित करते रहे। अपनी सफलता का श्रेय मम्मी पापा, ताऊजी, ताईजी, भाई, भाभी, बुआजी, फूफाजी, बहन, जीजाजी, नाना, नानी, मामा व मामी सहित संपूर्ण परिवार एवं गुरुजनों को दिया।