चुनावों का बहिष्कार करने की दी चेतावनी
गुढ़ागौड़जी । झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
राजस्थान सरकार द्वारा हाल ही में कई नव ग्राम पंचायतों का गठन किया गया है। ऐसे में ग्राम पंचायत मैनपुरा के राजस्व गांव हीरवाना को हटाकर नवगठित ग्राम पंचायत गढला कलां में जोड़ा गया है। जिससे हीरवाना के ग्रामीणों में भारी आक्रोश की भावना बनी हुई है। रविवार को हीरवाना गांव के ग्रामीणों की श्री कृष्ण गौशाला चंवरा हीरवाना में बैठक हुई। बैठक में ग्रामीणों ने सरकार के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किया। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने कहा कि हीरवाना गांव से मैनपुरा की दूरी मात्र 500 मीटर है। जबकि गढला कलां हीरवाना से 10 से 15 किलोमीटर दूर है। ऐसे में हीरवाना को नव गढित गढला कलां पंचायत में जोड़ने से हीरवाना के ग्रामीणों को पंचायत हैडक्वाटर आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। जो हीरवाना की समस्त जनता के हितों के ऊपर कुठाराघात है। ग्रामीणों ने कहा कि शीघ्र ही एक प्रतिनिधिमंडल जिले के आला अधिकारियों से मिलकर हीरवाना को ग्राम पंचायत मैनपुरा या चंवरा में शामिल करने के लिए ज्ञापन सौंपेंगा। उन्होंने बताया कि हीरवाना की राजस्व सीमा ग्राम पंचायत मैनपुरा से सटकर लगती है और मैनपुरा पंचायत हेड क्वार्टर की दूरी मात्र 500 मीटर ही है। यदि हीरवाना को ग्राम पंचायत चंवरा में भी जोड़ा जाता है तो हीरवाना से चंवरा की दूरी मात्र तीन किलोमीटर है। चंवरा की समस्त सीमा भी हीरवाना गांव से सटकर लगती है। गढला कलां जाने के लिए एक पंचायत की सीमा लांघकर हीरवाना को पंचायत हेड क्वार्टर जाना पड़ेगा। ग्रामीणों ने कहा कि राजनैतिक द्वेषता के कारण हीरवाना को गढला कलां ग्राम पंचायत में जोड़ा गया है। जो कतई स्वीकार नहीं है। शीघ्र ही हीरवाना को मैनपुरा या चंवरा में नहीं जोड़ा जाता है तो मजबूरन ग्रामीणों को धरना प्रदर्शन करना पड़ेगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी राजस्थान सरकार और प्रशासन की होगी। इस दौरान कैप्टन रामावतार लमोड़, उदमी बारवाल, दातार सिंह शेखावत, महावीर खेदड़, सूबेदार किशोर सिंह मूंड, महावीर अधाणा, खेमचंद कड़ाला, सुशील महण, सज्जन सिंह चनेजा, दीपक मूंड, चौथूराम बारवाल, पालाराम बारवाल, कन्हैयालाल रावत, जगदीशसिंह शेखावत, श्रवण सैनी, रामकरण स्वामी, विक्रम सिंह शेखावत, विकास सिंह शेखावत, भवानी सिंह शेखावत, मुकेश सिंह शेखावत सहित कई लोग मौजूद रहे।













