मुख्य वक्ताओं ने नशे के दुष्परिणामों व निवारण उपायों पर किया विस्तृत प्रकाश; विद्यार्थियों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाकर जागरूकता का संदेश दिया
झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
राजकीय आरआर मोरारका पीजी कॉलेज में नशा मुक्ति अभियान पर व्याख्यान का सफल आयोजन किया गया। इस व्याख्यान की शुरूआत प्राचार्य प्रो. सुरेंद्रसिंह ने मुख्य वक्ता राजन चौधरी सामाजिक कार्यकर्ता व नशा मुक्ति अभियान के प्रणेता तथा विकास चाहर एपीआरओ को प्रतीक चिह्न भेंटकर की। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राजन चौधरी ने अपने संबोधन में नशे के कारणों, नशे के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक दुष्परिणामों व नशा मुक्ति के लिए बने नियमों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नशे की शुरूआत तंबाकू से होती है व इस नशे की ग्रामीण क्षेत्र में अधिकता है। इसेरो कने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। इसी क्रम में विकास चाहर ने बताया कि नशा केवल व्यक्ति को ही नहीं बल्कि उसके परिवार और संपूर्ण समाज को भी प्रभावित करता है। महाविद्यालय के वरिष्ठ संकाय सदस्य यशपाल भांबू ने जीवन में आगे बढ़ने के लिए नशे से दूर रहने की सलाह दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य प्रो. सुरेंद्रसिंह ने कहा कि महाविद्यालय ऐसे अभियानों के माध्यम से विद्यार्थियों को सही दिशा देने का निरंतर प्रयास करता है। प्राचार्य ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे अपने मित्रों और परिवार के सदस्यों को भी नशा मुक्ति के लिए जागरूक करें। जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके तथा नशा मुक्ति की शपथ दिलवाई। अंत में नई किरण नशा मुक्ति केंद्र के संयोजक रतन सिंह पायल ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया तथा नशा मुक्त समाज निर्माण के लिए निरंतर ऐसे प्रयास जारी रखने का संकल्प लिया। इस अवसर पर महाद्यिालय में वंदेमातरम 150 के विभिन्न कार्यक्रमों के अंतर्गत महाविद्यालय परिसर एवं खेल मैदान में स्वच्छता शिविर का आयोजन किया गया। उपरोक्त कार्यक्रमों में समस्त संकाय सदस्यों, पूर्व छात्र परिषद एवं महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने सक्रियता से भाग लिया।














