दूसरी बार रामपाल जाटव अध्यक्ष, विजय पाल बने सचिव – सर्वसम्मति से कार्यकारिणी का पुनर्नियोजन
हनुमानगढ़।हिमांशु मिढ्ढा
श्री गुरु रविदास सेवा समिति हनुमानगढ़ की वार्षिक आम सभा की बैठक रविवार को जंक्शन गुरु घर में बड़े ही उत्साह और सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता समिति के वरिष्ठ सदस्य सोहनलाल अलवरिया ने की। बैठक में समिति के सभी आजीवन सदस्यों सहित अन्य सदस्यों ने उपस्थित होकर महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की और आगामी वर्ष की दिशा तय की।बैठक की शुरुआत अध्यक्ष रामपाल सिंह जाटव एवं सचिव विजय पाल द्वारा गत दो वर्षों की कार्य रिपोर्ट और वित्तीय लेखा-जोखा प्रस्तुत करने से हुई। दोनों ने निर्माण कार्य, धार्मिक आयोजन, समाज सेवा गतिविधियों और भविष्य की योजनाओं का विस्तृत विवरण सदन के समक्ष रखा। रिपोर्ट प्रस्तुत होने के बाद उपस्थित सदस्यों ने चर्चा के उपरांत बहुमत के साथ इसे पारित किया और समिति की कार्यशैली की प्रशंसा की।इसके बाद आगामी दो वर्षों के लिए कार्यकारिणी के पुनर्गठन पर विचार-विमर्श किया गया। चुनाव प्रक्रिया के लिये एडवोकेट दलीप बसेर व एडवोकेट वीरेंद्र मेहता को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया। बैठक की अध्यक्षता कर रहे सोहनलाल अलवरिया ने पिछली कार्यकारिणी के सशक्त योगदान और उनके द्वारा निरंतर किए जा रहे विकास कार्यों की सराहना करते हुए प्रस्ताव रखा कि समिति की स्थिरता, निरंतरता और विकास को ध्यान में रखते हुए आगामी कार्यकाल की जिम्मेदारी भी इसी कार्यकारिणी को पुनः सौंपी जानी चाहिए। बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने इस प्रस्ताव का समर्थन करते हुए सर्वसम्मति से पारित किया।इस प्रकार सर्वसम्मति से दूसरी बार रामपाल सिंह जाटव को समिति का अध्यक्ष, विजय पाल को सचिव एवं राजेंद्र मांडिया को कोषाध्यक्ष चुना गया। कार्यकारिणी की पुनर्नियुक्ति पर सदन में तालियों की गड़गड़ाहट के साथ स्वागत किया गया तथा सदस्यों ने नवीन ऊर्जा और अधिक समर्पण के साथ सेवा करने का संकल्प दोहराया।सचिव विजय पाल ने सभी सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि गुरु घर के निर्माण कार्य को गति प्रदान करना समिति की शीर्ष प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य तेजी से जारी है और समिति पूर्ण प्रयास कर रही है कि आगामी फरवरी माह में गुरु रविदास जी के जन्म दिहाड़े के अवसर तक भवन की छत डाल दी जाए, जिससे धार्मिक और सामाजिक गतिविधियों को एक सुव्यवस्थित स्वरूप मिल सके।अध्यक्ष रामपाल सिंह जाटव ने सदस्यों द्वारा जताए गए पुनः विश्वास के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि समिति की पिछली उपलब्धियां सामूहिक श्रम, समर्पण और एकता का परिणाम हैं। उन्होंने कहा कि पुनः जिम्मेदारी मिलना पूरी टीम में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार है और आगामी दो वर्षों में समिति और तेजी व नई स्फूर्ति के साथ समाज सेवा तथा विकासोन्मुख कार्यों की दिशा में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करेगी।समिति सदस्यों ने एक स्वर में यह विश्वास व्यक्त किया कि नवमनोनीत कार्यकारिणी गुरु घर के निर्माण सहित सामाजिक, धार्मिक और सेवा कार्यों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी।इस मौके पर नई कार्यकारणी गठित की गई जिसमें संरक्षक सोहनलाल अलवरिया, उपाध्यक्ष बलकीश चन्द्र सुमन, सहसचिव नरेश माडियां, प्रचारमंत्री श्यामलाल रंगा, भंडारी मोहनलाल माडियां, समिति सलाहकार सदस्य हेमचंद माडियां, धर्मेश ढोसीवाल, प्रेमकुमार नानकवाल को चुना गया। गुरुघर के पूर्व सेवादार बाबा हरबंस लाल रत्तु, बाबा राम सिंह व वर्तमान सेवादार बाबा संतोख सिंह के अलावा शहर के अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।













