झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) में आयोजित चार दिवसीय तृतीय चरण क्रियात्मक अनुसंधान कार्यशाला सोमवार को सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई। प्रिंसिपल डाइट सुमित्रा झाझड़िया के मार्गदर्शन एवं जिला शिक्षा अधिकारी के सहयोग से आयोजित इस कार्यशाला में जिले के विभिन्न विद्यालयों एवं पीरामल फाउंडेशन के कुल 35 शिक्षकों एवं सहयोगियों ने सक्रिय और उत्साहपूर्ण भागीदारी की। यह कार्यशाला न केवल अनुसंधानकर्ताओं को शोध-आधारित शिक्षा के महत्व से परिचित कराने का माध्यम बनी। बल्कि जिले में अनुसंधान की संस्कृति को विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में भी उभरकर सामने आई। कार्यशाला के दौरान शिक्षकों ने शोध प्रक्रिया को व्यवहारिक रूप से समझने के साथ-साथ उसके प्रत्येक चरण का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त किया। जिससे यह प्रशिक्षण उनके लिए अत्यंत शिक्षणिय और प्रेरक साबित हुआ। इस कार्यशाला में सभी अनुसंधानकर्ताओं द्वारा उनके चुने गए अनुसंधान विषयों पर डेटा संग्रहण का कार्य गंभीरता, अनुशासन और व्यवस्थित तरीके से पूरा किया गया। प्रतिभागियों ने विद्यालय स्तर, कक्षा स्तर तथा समुदाय से जुड़े विभिन्न स्रोतों से वास्तविक परिस्थितियों पर आधारित आंकड़े संग्रहित किए।










