जिला मुख्यालय पर आयोजित हुआ राजीविका महिला संवाद कार्यक्रम, राजीविका स्टेट ब्रांड एंबेसडर रूमा देवी ने राजीविका महिलाओं से किया संवाद, जिला प्रमुख वंदना आर्य, जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा, जिला उप प्रमुख महेंद्र न्यौल, सीईओ श्वेता कोचर सहित अधिकारी, जनप्रतिनिधि रहे मौजूद
चूरू। जिला मुख्यालय स्थित दादाबाड़ी भवन में बुधवार को राजीविका महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण के लिए राष्ट्रपति अवॉर्ड से सम्मानित, हावर्ड स्पीकर व राजीविका की राज्य ब्रांड एंबेसडर रूमा देवी ने राजीविका महिलाओं से संवाद किया। इस दौरान जिला प्रमुख वंदना आर्य, जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा, जिला उप प्रमुख महेंद्र न्यौल, सीईओ श्वेता कोचर सहित अधिकारी, जनप्रतिनिधि मंचस्थ रहे। अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
जिला प्रमुख वंदना आर्य ने कहा कि राजीविका की महिलाएं आज ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ बन चुकी हैं। रूमा देवी जैसी प्रेरणादायक हस्ती का सानिध्य चूरू की महिलाओं को नई ऊर्जा देगा।उन्होंने कहा कि महिलाएं अपने हुनर से आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ें। इसी के साथ अपने उत्पादों को बेहतर बाजार उपलब्ध करवाने के लिए डिजिटल मार्केटिंग का सहयोग लें।
जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने कहा कि महिलाएं अपने उत्पादों को मार्केटिंग के लिए विविध माध्यमों का उपयोग करें और स्थानीय उत्पादों को ब्रांड के रूप में विकसित करें। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा राजीविका महिलाओं के लिए डिजीटल मार्केटिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर राजीविका की महिलाएं ही हों तथा जनवरी, 2026 तक जिले में 20 हजार राजीविका महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी मिलकर बेहतरीन प्रयास करें और महिलाओं के हुनर और प्रतिभा को समुचित अवसरों के साथ प्रोत्साहन मिले। जिला प्रशासन हर संभव सहयोग प्रदान करेगा ताकि राजीविका की महिलाएं अपने उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिला सकें।उप जिला प्रमुख महेन्द्र न्यौल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं अब केवल घर तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि वे समाज की प्रगति की धुरी बन चुकी हैं। राजीविका की गतिविधियां महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक दोनों रूपों में आगे बढ़ा रही हैं।
सीईओ श्वेता कोचर ने महिलाओं को अपने उत्पादों को बेहतर मार्केटिंग करने और धरातल पर आने वाली समस्याओं के लिए आपसी समन्वय से निस्तारित कर महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहन देने की बात कही। इस मौके पर प्रवासी मंगलचंद चौधरी ने राजीविका उत्पादों को महाराष्ट्र में मार्केटिंग सहायता उपलब्ध करवाने की बात कही। इस दौरान राजीविका डीपीएम दुर्गा ढाका ने चूरू में कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की और डिजिटल सखी 2.0 कार्यक्रम, डिजिटल मार्केटिंग प्रशिक्षण सहित राजीविका गतिविधियों पर प्रकाश डाला।मीनाक्षी स्वयं सहायता समूह की सुमन देवी और राजनंदिनी ने राजीविका के माध्यम से मिले प्रशिक्षण, संबल और सहयोग की जानकारी दी।
राजीविका महिलाओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी।इस दौरान स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई, जिसमें हस्तनिर्मित कपड़े, सजावटी वस्तुएं और खाद्य उत्पाद शामिल थे। रूमा देवी ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और महिलाओं के कार्य की सराहना की।
महिलाओं की मेहनत ही असली परिवर्तन की ताकत : रूमा देवी
राजीविका स्टेट ब्रांड एंबेसडर रूमा देवी ने महिलाओं से संवाद करते हुए कहा कि राजीविका महिलाओं को प्रशिक्षण, वित्तीय सहयोग और विपणन के अवसर उपलब्ध करा रहा है। हमारी कोशिश है कि हर महिला अपने पैरों पर खड़ी हो और अपने गांव के विकास में भागीदार बने।रूमा देवी ने उपस्थित महिलाओं से संवाद करते हुए कहा कि महिलाओं की मेहनत ही असली परिवर्तन की ताकत है। उन्होंने बताया कि वह खुद एक छोटे से गांव की महिला हैं और उन्होंने सिलाई-कढ़ाई से अपने सफर की शुरुआत की थी। आज जो भी मुकाम हासिल हुआ है, वह आत्मविश्वास, मेहनत और महिला शक्ति की एक मिसाल है। चूरू की महिलाएं भी अगर ठान लें तो वे अपने घर और समाज दोनों को नई दिशा दे सकती हैं। आत्मनिर्भर बनना ही सशक्तिकरण का पहला कदम है।रूमा देवी ने कहा कि ग्रामीण महिलाएं अगर एकजुट होकर कार्य करें, तो वे न केवल आर्थिक रूप से सक्षम बन सकती हैं बल्कि अपने परिवार और समाज के विकास में भी बड़ा योगदान दे सकती हैं। उन्होंने राजीविका से जुड़ी महिलाओं को स्थानीय उत्पादों के ब्रांडिंग, पैकेजिंग और ऑनलाइन मार्केटिंग के माध्यम से अपना व्यवसाय आगे बढ़ाने की सलाह दी।











