जिले की स्वास्थ्य विभाग की टीम को बताया मोटिवेटेड सेवाओं और व्यवस्थाओं बताया बेहतर
झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
जिले के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की सेवाओं का आंकलन और विश्लेषण करने आई भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की 17वीं सीआरएम टीम ने गुरुवार को अपना विजिट पूर्ण करते हुए फीडबैक रिपोर्ट चिकित्सा विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ को प्रस्तुत करते हुए जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की तारीफ की। सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की 17वीं कॉमन रिव्यू मिशन की टीम अपने पांच दिवसीय दौरे पर जिले की स्वास्थ्य सेवाओं का आंकलन करते आई थी। यह दौरा गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ की अध्यक्षता में आयोजित वीसी समीक्षा बैठक के साथ समाप्त हुआ। बैठक में टीम ने झुंझुनूं जिले में विगत पांच दिनों में जिन जिन संस्थाओं का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सेवाओं और व्यवस्थाओं को देखा उनका प्रजेंटेशन सीआरएम टीम द्वारा दिया गया। जिसमें जिले बीडीके अस्पताल की, ओपीडी, आईपीडी सेवाओं, बल्ड बैंक सेवाओं, ऑक्सीजन प्लान आदि की सेवाओं को बेहतर बताया गया। जिले में नवलगढ़ यूपीएससी की टीकाकरण व्यवस्था को बेहतरीन बताते हुए मॉडल संस्थान बताया गया। इसके साथ ही टीम ने जिला औषधि भंडार की व्यवस्थाओं और मैनेजमेंट को भी सराहनीय बताया। वीसी में राज्य स्तर से सीआरएम टीम के साथ प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़, मिशन निदेशक डॉ. अमित यादव, अतिरिक्त मिशन निदेशक शुभमंगला सहित अनेक अधिकारीगण गण शामिल हुए। जिला स्तर से सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर, आरसीएचओ डॉ. दयानंद सिंह, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. भंवरलाल सर्वा, डॉ. अभिषेक सिंह, पीएमओ डॉ. जितेंद्र भांबू, डीपीसी डॉ. जितेंद्र सिंह सहित अनेक अधिकारीगण मौजूद रहे।
जिले की इन संस्थाओं का हुआ निरीक्षण
सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि जिला कलेक्टर डॉ. अरुण गर्ग के निर्देशन में सभी संस्थाओं में बेहतर सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। टीम ने निरीक्षण के लिए रेंडमली संस्थाएं चयन की जिसमें जिला अस्पताल के रूप में बीडीके अस्पताल, उप जिला अस्पताल के रूप में चिड़ावा, सीएचसी के रूप में बगड़, पीएचसी के रूप में काजड़ा और देवरोड़, यूपीएससी के रूप में नवलगढ़, आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र के रूप में देरवाला, भैड़ा की ढाणी और तोगड़ा स्वरूपसिंह आंगनबाड़ी के रूप में देरवाला और लालपहाड़ी पर जाकर प्रदान की जाने वाली सेवाओं का गहनता से निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट तैयार की। टीम ने पाया कि इन संस्थाओं पर उचित और पर्याप्त मात्रा में दवाएं मर्जीजो को निःशुल्क उपलब्ध कराई रही। जांचें निशुल्क करवाई जा रही। दवाओं का मैनेजमेंट सराहनीय है। साथ ही अन्य स्पॉटिंग पैरामीटर्स भी मानकों के अनुरूप है। उन्होंने जिले में कलेवा योजना को बेहतरीन बताते इसकी सराहना की। उन्होंने सभी संस्थानों में 12 प्रकार के वेलनेस पैकेज के बारे में व्यापक प्रचार प्रसार और जागरूकता सामग्री प्रदर्शित कर आमजन को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की टीम को मोटिवेटेड बताया। जिले में आई पांच सदस्यीय 17 सीआरएम टीम में टीम लीडर डॉ. रंजन चौधरी के नेतृत्व में मोहम्मद मूरशीद, डॉ. योगेश कुमार जैन, दीक्षा वर्मा और डॉ. किशोर ए गावली ने जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को जांचा परखा।
सेवाओं को और अधिक बेहतर बनाने के लिए दिए सुझाव
सीएमएचओ डॉ. गुर्जर ने बताया कि 17वीं कॉमन रिव्यू मिशन टीम ने स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक बेहतर बनाने के लिए सुझाव दिए है। टीम ने सीएचओ के खाली पदों को भरने, पोक्सो एक्ट और वन स्टॉप के बारे में जागरूकता सामग्री प्रदर्शित करने का सुझाव दिया। साथ ही मानसिक स्वास्थ्य के लिए हेल्पलाइन नंबर टेलीमानस के टोल फ्री नम्बर को ज्यादा से ज्यादा प्रदर्शित प्रचारित करने का सुझाव दिया।













