
झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
श्री राधेश्याम आर मोरारका राजकीय महाविद्यालय में महिला प्रकोष्ठ द्वारा राजस्थान राज्य महिला नीति 2021 के तहत एक दिवसीय व्याख्यान का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस व्याख्यान का उद्देश्य छात्राओं को आधुनिक कृषि पद्धतियों, जैविक खेती और भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि के महत्व के बारे में शिक्षित करना था। कृषि एवं ग्रामीण विकास संस्थान के कृषि विशेषज्ञ डॉ. जयपालसिंह ने व्याख्यान का नेतृत्व किया। उन्होंने आधुनिक कृषि तकनीकों जैसे सटीक खेती, आनुवाशिंक संशोधन और कृषि व्यवसाय प्रबंधन पर प्रकाश डाला। हॉर्टिकल्चर स्पेशलिस्ट डॉ. अनिता सैनी ने जैविक खेती के फायदों के बारे में बताया। एक अन्य हॉर्टिकल्चर स्पेशलिस्ट डॉ. विमल कुमार नागर ने कीटनाशकों के उपयोग से पर्यावरण पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों एवं जैविक खेती अपनाने की सलाह दी। प्रो. मंजू चौधरी ने बताया कि महाविद्यालय में पेड़ों की पत्तियों, टहनियों व अनुपयोगी कागजों के जैव अपघटन द्वारा केंचुओं की सहायता से जैविक खाद तैयार की जा रही है। यह एक पर्यावरण हितेशी प्रकिया है। जिसमें अनुपयोगी कचरे को खाद में परिवर्तित किया जाता है। कार्यक्रम के अंत मे कार्यक्रम संयोजक डॉ. राजबाला ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर समस्त संकाय सदस्य व छात्राएं उपस्थित रही।












