गांव में पत्नी को छोड़कर मुंबई में रचा ली दूसरी शादी, पहचान छुपाकर आधार कार्ड भी बनवाया

बिसाऊ। स्थानीय थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 19 साल से कबूतरबाजी के मामले में फरार चल रहे एक आरोपी को मुंबई से गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ जनवरी 2007 में बिसाऊ थाने में कबूतरबाजी के दो मामले दर्ज हुए थे। जिसके बाद वे वह फरार था। पुलिस ने 25 हजार का ईनाम घोषित कर रखा था। पुलिस ने आरोपी को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक सीकर जिले के धोद थाना क्षेत्र के कासली निवासी 50 वर्षीय रमजान अली पुत्र नबी बक्श जाति मनियार ने 19 साल पहले दो जनों को विदेश भेजने के नाम पर रूपए लिए थे। इस मामले में दो केस बिसाऊ थाने में दर्ज थे। लेकिन केस दर्ज होने के बाद से ही रमजान फरार चल रहा था। कुछ दिन पहले पुलिस को सूचना मिली कि रमजान अली मुंबई में अपना नाम बदलकर नया आधार कार्ड बना चुका है और मुंबई में ही रहता है। जिस पर बिसाऊ एसएचओ महेंद्र सिंह के निर्देशन में हैड कांस्टेबल बीरबल तथा कांस्टेबल श्रीराम मुंबई पहुंचे। मुम्बई में बिसाऊ पुलिस की टीम दो दिन तक बोरीवाली, दहिसर, अंधेरी (ईस्ट), लोखण्डवाला, गोरेगांव, जोगेश्वरी शांता क्रुज में भेष बदल कर रैकी की। इस दौरान सामने आया कि रमजान अली ने अपना नया आधार कार्ड बना लिया है और यहां पर दूसरी शादी भी कर ली है। उसने नया नाम अली के नाम से बनवाया और पिता के नाम के साथ भी छेड़छाड़ कर ली। हैड कांस्टेबल बीरबल तथा कांस्टेबल श्रीराम ने आरोपी को जोगेश्वरी ईस्ट मुम्बई से इस्तयाब किया। जहां पर वह एक रेजीडेंसी में गार्ड की नौकरी कर रहा था। पुलिस इस रेजीडेंसी में एक मोबाइल कंपनी के प्रतिनिधि के रूप में घुसी और सिम वेरिफिकेशन करने के बहाने आरोपी तक पहुंची। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी यहां से भागा तो अपनी पत्नी छोड़कर चला गया। परिवार से भी सारे संपर्क तोड़ लिए थे। मुंबई में उसने दूसरी शादी भी कर ली थी। बावजूद इसके पुलिस ने 19 साल बाद ईनामी आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। महज डेढ लाख रूपए के लिए आरोपी ने ना केवल अपना घर, परिवार, गांव छोड़ दिया। बल्कि अपना और पिता का नाम भी बदलकर अपनी पुरानी पहचान खत्म करके नया आधार कार्ड तक बनवा लिया। पुलिस आरोपी से कबूतरबाजी के मामले में पूछताछ कर रही है।








