









सुलताना । दिवाली के तीसरे दिन गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी और भगवान श्रीकृष्ण के जयकारों से वातावरण गूंज उठा। सुलताना कस्बे स्थित गोविंददेवजी मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालु अन्नकूट प्रसाद के लिए उमड़ते रहे। दोपहर 12 बजे के बाद गोविंददेवजी की मंगल आरती संपन्न हुई। जिसके पश्चात भगवान श्रीकृष्ण को अन्नकूट का भोग लगाया गया। आचार्य नरेश जोशी के अनुसार इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण को खीर, पूड़ी, हलवा, मालपुआ सहित विभिन्न व्यंजनों का भोग लगाया गया। आरती के बाद भक्तों को अन्नकूट प्रसाद का वितरण किया गया। अन्नकूट प्रसाद केवल गोवर्धन पूजा के दिन ही बनाया जाता है। यह कई प्रकार के अन्न, सब्जियों और व्यंजनों को मिलाकर तैयार किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण को अन्नकूट का भोग लगाने से समृद्धि, सुख और संतोष प्राप्त होता है। इस दौरान श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीकृष्ण की पूजा कर गोवर्धन पर्वत की कथा को स्मरण किया कि किस प्रकार श्रीकृष्ण ने वृजवासियों को इंद्र के कोप से बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत उठाया था।













