साधारण कचरे में ही बायोमेडिकल वेस्ट डालने का आरोप, मुकदमा दर्ज करने की मांग

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झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
बायोमेडिकल वेस्ट को साधारण कचरे में डालकर शहर में महामारी फैलाने वाले बीडीके हॉस्पिटल के पीएमओ और प्रदूषण विभाग के आरओ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। कामरेड महिपाल पूनियां ने बताया कि 22 सितंबर को वे राजकीय जिला अस्पताल में गए हुए थे। तब उन्हें मोर्चरी के पास नगर परिषद के रखे पांच कचरा पात्र बायोमेडिकल वेस्ट से भरे हुए दिखे। जिनका वजन लगभग 2.5 टन होगा। वे पिछले एक साल से बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए नगर परिषद और इसको उठाने वाली कंपनी के साथ लड़ाई लड़ रहे है। इसलिए बायोमेडिकल वेस्ट दिखते ही उन्होंने पहला कॉल नगर परिषद आयुक्त दिलीप पूनियां को लगाया। उन्होंने वहां सैनिटरी इंस्पेक्टर को भेजा। एसआई ने खुदद निरीक्षण कर बताया कि ये बायोमेडिकल वेस्ट है और इसे नगर परिषद नहीं उठाएगी। इसके बाद महिपाल पूनियां ने पीएमओ डॉ. जितेंद्र भांबू को कॉल किया। उन्होंने मिलने को बोला। जब महिपाल पूनियां उनके ऑफिस गए तो वे नहीं मिले और फोन भी नहीं उठाया। अगले दिन सुबह पूनियां फिर हॉस्पिटल गए तो उन्होंने देखा की बायोमेडिकल वेस्ट तो नगर परिषद के डिब्बों में था। लेकिन वहां से पीली और लाल बैग्स को हटा दिया गया। यानी अब बायोमेडिकल वेस्ट बिना बैग के खुले में पड़ा सड़ रहा था। इसके बाद जब पूनियां इस मामले को लेकर पीएमओ से मिलने गए तो उन्होंने पहले तो पुलिस को बुलाकर राजकार्य का मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी। फिर वहां भारत की जनवादी नौजवान सभा के कार्यकर्ता मेरे साथ धरने पर बैठे तब पीएमओ ने जांच कर पांच दिन में दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। पीएमओ ने 10 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की तो पूनियां व उनके कार्यकर्ता तीन अक्टूबर पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी सुधीर यादव से मिलने पहुंचे। उन्होंने मिलने से मना कर दिया और उल्टा कार्यकर्ताओं से बात करने की बजाय कोतवाली झुंझुनूं में कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने पहुंच गए। इसी क्रम में 25 सितंबर को नगर परिषद झुंझुनूं में नगर परिषद आयुक्त, तहसीलदार झुंझुनूं, आरओ पोल्युशन विभाग, इंस्ट्रोमेडिक्स कंपनी और हमारे बीच समझौते हुआ था। जिसके अनुसार अगर बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण सही तरीके से नहीं किया गया तो अस्पताल और इंस्ट्रोमेडिक्स कंपनी के खिलाफ कार्रवाई होगी। लेकिन यहां तो जिले के तमाम अधिकारी हमें ही पुलिस की धमकी दे रहे हैं। पूनियां ने बताया कि बायोमेडिकल वेस्ट से हैपेटाइटिस, एचआईवी और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी हो सकती है। वावजूद इसके जिले के जिम्मेदार अधिकारी बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं। इसलिए पीएमओ बीडीके हॉस्पिटल, आयुक्त नगर परिषद झुंझुनूं, आरओ पोल्युशन विभाग और इंस्ट्रोमेडिक्स कंपनी पर जिले में महामारी फैलाने की साजिश रचने के आरोप में मुक़दमा दर्ज किया जाए। यह ज्ञापन जिला कलेक्टर को भी लिखित में दिया गया। इस मौके पर साहिल कंकड़ेऊ, अमितसिंह शेखावत, मनीष बॉक्सर, सोयब खान, पिंटू सैनी, आकाश धनखड़, इत्यादि मौजूद रहे।

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