एक तरफ पंडितों का होगा मंत्रोच्चारण, तो दूसरी तरफ करेंगे दुर्लभ दवा युक्त खीर का वितरण
झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
पिछले 45 सालों से चलती आ रही परपंरा व पद्धति को डॉ. सलाउद्दीन चोपदार फाउंडेशन बरकरार रखते हुवे इस बार भी दमा, श्वांस, एलर्जी जैसे असाध्य रोगों के इलाज के लिए दुर्लभ दवा का वितरण किया जाएगा। लेकिन इस बार फाउंडेशन सिर्फ दुर्लभ दवा ही नहीं, बल्कि पौष्टिक खीर का वितरण भी करेगी। इस दौरान एक तरफ जहां विद्वान पंडितों द्वारा आयुर्वेद सिद्ध मंत्रोच्चारण किया जाएगा तो दूसरी तरफ दमा, श्वांस, एलर्जी जैसे असाध्य रोगों से पीड़ित लोग दुर्लभ दवा युक्त केसरिया व ड्राई फ्रूट्स वाली खीर का सेवन करेंगे। फाउंडेशन के संयोजक समाजसेवी एमडी चोपदार ने बताया कि वारिसपुरा रोड स्थित आयुर्वेद पार्क डॉ. एसडी चोपदार आयुष हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर पर दवा का वितरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद चिकित्सक व अन्य विशेषज्ञों के निर्देशन में फाउंडेशन द्वारा आयुर्वेद पार्क में ही खीर बनवाई जाएगी। जिसे शरद पूर्णिमा की रात को चांद की रोशनी में रखा जाएगा। जिसका पौराणिक एवं आध्यात्मिक के साथ—साथ आयुर्वेदिक महत्व भी है। इसके बाद इसी खीर का वितरण सात अक्टूबर को सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक किया जाएगा। हर वर्ष की तरह दुर्लभ दवा के सेवन के लिए उमड़ते रोगियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष करीब पांच हजार लोगों को दुर्लभ दवा युक्त खीर वितरित करने का लक्ष्य लिया गया है। उन्होंने बताया कि इसके लिए विशेष रूप से मिट्टी के बर्तन भी मंगवाए गए है। जिसमें खीर वितरित होगी और आपको बता दें इस दवा को लेने के लिए हर साल राजस्थान के विभिन्न जिलों के अलावा हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, यूपी और एमपी जैसे पड़ौसी राज्यों से भी बड़ी संख्या में रोगी व इनके परिजन पहुंचते है। लेकिन इस बार फाउंडेशन ने सिर्फ दवा ही नहीं बल्कि दवा युक्त खीर का वितरण सम्पूर्ण आध्यात्मिक माहौल में करने का कदम उठाया है। जिसकी तैयारियों के लिए आयुर्वेद पार्क के चिकित्सक एवं स्टाफ के सदस्यों के अलावा फाउंडेशन के पदाधिकारी भी सहयोग के लिए जुट गए है।