झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
एक शाम लता मंगेशकर के नाम स्वरांजलि का संस्कार भारती के सौजन्य से आयोजित हुआ। कार्यक्रम संयोजक राजेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि भारत रत्न लता मंगेशकर के जन्म दिवस के उपलक्ष में केशव आदर्श विद्या मंदिर के सभागार में स्वरांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसके मुख्य अतिथि सुमेरसिंह करनावत थे। अध्यक्षता मधुसूदन खेतान ने की। विशिष्ट अतिथि पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी राजेंद्र कुमावत, अनिल शास्त्री राजगढ़, एमएन कुरैशी राजगढ़, राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता विजयहिंद जालिमपुरिया, पूर्व प्रधानाचार्य रामलाल डूडी, पूर्व प्रधानाचार्य रुक्मणी सेकसरिया, महावीर इंटरनेशनल के अध्यक्ष सत्यदेव दड़िया, राजस्थान बैंक के ब्रांच मैनेजर विनोद सोलंकी, जाकिर सिद्दीकी, सहायक अभियंता प्रेमबिहारी माथुर, प्रधानाचार्य मिनाक्षी तंवर, डॉ. राजबाला ढाका, पूर्व कृषि विस्तार अधिकारी सत्यवीर सिंह, राजस्थान योग शिक्षक संघ के अध्यक्ष मेहरचंद, पार्षद मंजू चौहान, सुधा पंवार, डॉ. पूनम सिंघल आदि थे। राजेंद्र सिंह भाटी, अक्षय गोदारा, महेंद्रसिंह बिंदल, प्रेमबिहारी माथुर, मिनाक्षी तंवर, सुनिता बेनीवाल, संतोष जैदिया, रविंद्रसिंह शेखावत, कैलाश सूर्या, ज्योति शर्मा, राहुल झाझड़िया, मनीष शर्मा, ऋद्धिमा शर्मा, सिद्धिमा शर्मा आदि ने अतिथियों का तिलाकार्चन एवं दुपट्टा ओढ़ाकर स्वागत किया। इस अवसर पर शेखावाटी के ख्यातनाम कलाकारों ने लता मंगेशकर के एकल एवं युगल गीतों के माध्यम से श्रद्धांजलि दी। भव्या शर्मा चिड़ावा, शारीरिक शिक्षिका सुनिता बेनीवाल और योगाचार्य मनीष शर्मा ने नृत्य की भावपूर्ण प्रस्तुति दी। कौशल कुमारी ने वादा न तोड़…, ऋद्धिमा शर्मा ने ओ रामजी बड़ा दुःख दिना…, डॉ. राजबाला ढाका ने तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है…, महिपाल बगड़ ने तू कितनी अच्छी है ओ मां…, मनीष शर्मा मंड्रेला ने जिस पथ पे चला…, मनोज शर्मा सूरजगढ ने ये शमा शमा है ये प्यार का…, रविंद्र शेखावत सूरजगढ ने जिंदगी प्यार का गीत है…, चंद्रप्रकाश शर्मा मंडावा ने लग जा गले…., सोनिया शर्मा मंडावा ने दिल तो है दिल…, जाकिर सिद्दीकी ने कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है…, महेंद्र सिंह बिंदल ने तुम्ही मेरे मंदिर तुम्ही मेरी पूजा…, अनिल चंदेलिया सूरजगढ ने रिम झिम गिरे सावन.., आमिर खान ने चिठिये लेजा तू संदेशा… आदि ने एकल गायन की प्रस्तुतियां दी। युगल गायन में प्रेम बिहारी माथुर और ऋद्धिमा शर्मा ने छुप गए सारे नजारे…, राजबाला ढाका और संतोष कुमार ने ओ तुम से दूर रहके…, ज्योति शर्मा और रविंद्र शेखावत ने फुल तुम्हें भेजा है ख़त में…, कैलाश सूर्या और ऋद्धिमा शर्मा ने झिलमिल सितारों का आंगन होगा…, सीपी शर्मा और सोनिया शर्मा ने तेरे होठों के दो फूल प्यारे प्यारे…, संतोष और कौशल्या कुमारी ने पन्ना की तमन्ना है के हीरा मुझे मिल जाए…, ऋद्धिमा शर्मा और कैलाश सूर्या ने तुझे देखा तो ये जाना सनम… आदि गीत सुनाकर समा बांधा। इस अवसर पर लता मंगेशकर के गीतों से संबंधित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी हुई। जिसमें कैलाश सूर्या, मनोज शर्मा, सुनिता बेनीवाल, प्रधानाचार्या मिनाक्षी तंवर, डॉ. राजबाला ढाका, सिद्धिमा शर्मा, रामप्रताप आदि ने पुरस्कार जीता। पूर्व प्रधानाचार्य रामलाल डूडी के सौजन्य से पुरस्कार वितरित किए गए। कौशल कुमारी, संतोष कुमार, ऋद्धिमा शर्मा और कैलाश सूर्या को बेस्ट गायक अवार्ड दिया गया। कार्यक्रम का संचालन अनिल शास्त्री राजगढ़ ने किया।