झुंझुनूं ।अजीत जांगिड़
अखिल राजस्थान राज्य लैब टेक्नीशियन कर्मचारी संघ जयपुर के संभाग प्रभारी श्यामसुंदर शर्मा ने बताया कि जांचों के निजीकरण के विरूद्ध, पूर्व में 18 अगस्त को दिए गए ज्ञापन के बाद 10 दिन की समय सीमा के उपरांत 28 अगस्त से 30 अगस्त तक काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया है। प्रदेश के समस्त लैब टेक्नीशियन, लैब सहायक, प्रशिक्षित बेरोजगार एवं डीएमएलटी, बीएससीएलटी छात्र सरकार के इस मनमाने फैसले के खिलाफ एकमत और आक्रोशित है। निजीकरण के मुद्दे पर लैब टेक्नीशियन संघ ने अपने एक-एक बिंदू से सरकार को होने वाले आर्थिक नुकसान, जांच की गुणवत्ता को होने वाले नुकसान, बेरोजगार से लेकर क्वालिटी कंट्रोल, एक छत के नीचे दो योजनाएं, दूसरे राज्यों में इसका असफल प्रयोग जैसे सभी मुद्दों पर विस्तारपूर्वक चर्चा कर सरकार को चेताने का काम किया है। यदि सरकार ने अपना तुगलकी फरमान वापिस नहीं लिया तो मरीजों और लैब कार्मिकों के साथ होने वाले खिलवाड़ के लिए आवाज को और अधिक बुलंद करेंगे। इस अवसर पर प्रदेश संयुक्त सचिव चंद्रमोहन अग्रवाल, जिलाध्यक्ष राजेंद्र ढाका, श्यामसुंदर गोयल, सुनिता मीणा, संगम वर्मा, तबस्सुम, संगीता, हिमांशु, मुरलीधर, संदीप पूनियां आदि लैब कार्मिक उपस्थित रहे।