सीबीआई जांच व मुआवजे की उठी मांग, पडि़हारा के सर्व समाज का एसपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन, पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की मांग
चूरू। मृतक राहुल चांवरीया और आकाश भोजक के हत्या की सीबीआई की ओर से निष्पक्ष जाचं करवाने, पीडित परिवार को एक एक करोड रुपए व एक एक सरकारी नौकरी दिलवाने आदि की मांग को लेकर इन्द्रमणी पार्क से एसपी कार्यालय तक रैली निकालकर पडि़हारा के सर्व समाज के लोगों ने जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा। पडि़हारा निवासी लखनजीत वाल्मिकी ने बताया कि मेरा पुत्र राहुल व उसका दोस्त आकाश भोजक निवासी पडि़हारा 13 जुलाई को दोपहर 11 बजे दोनों एक साथ खेलने के लिए गए। लेकिन काफी रात होने के बाद दोनों घर नहीं आए तो 14 जुलाई को पुलिस थाना रतन्तगढ़ में दोनों की गुमशुदगी की रिर्पोट दर्ज करवाई गई। हमारी ओर से काफी पूछताछ करने पर अरुण पुत्र रमेश ने बताया कि आकाश, राहुल व अमन खान आदि को उसने मोटरसाइकिल से बाईपास से होते हुए हवाई पट्टी ताल की ओर जाते देखा था, तब मेरे साले प्रकाश ने अमन खान से पूछताछ की तो अमन खांन ने कोई सन्तोषजनक जबाब नहीं दिया और पिछले दो दिनो से हमको गुमराह कर रहा था कि आपका लड़का यहां वहा है। 14 जुलाई को अमन खान को डराया धमकाया तो उक्त अमन खान पुत्र बाबुल खांन ने आकाश व राहुल के बारे में सही जानकारी दी कि आकाश भोजक व राहुल हवाई पट्टी के पास ताल में जहां गन्दा पानी एकत्रित होता है वहां पर पड़े है। तो मैं मेरा मेरा साला प्रकाश, अक्षय व पुलिस प्रशासन गए तो आकाश भोजक व राहुल मृतक अवस्था में मिले और मोटरसाइकिल की चाबी मृतक राहुल के जेब में मिली। घटना स्थल से अमन खान ने उक्त लॉक हुई मोटरसाइकिल को बाजार में किसी से लॉक तुड़वायाऔर घटना स्थल से उक्त मोटरसाइकिल को हटा दिया ताकि किसी को कोई शक न हो। लखनजीत ने बताया कि हमें विश्वास है कि दोनो की हत्या अमन खान और उसके साथियो ने किया और दोनो के शवों को गन्दे पानी के तालाब में डाल दिया ताकि किसी को किसी प्रकार का शक न हो सके। क्योकि अमन खांन 13 जुलाई को दिनभर मृतक आकाश और राहुल के साथ देखा गया था। इसमें कोई सन्देह नहीं है कि उक्त मर्डर में अमन खांन व उसके साथियों की भूमिका न हो, मर्डर के सारे तथ्य और घटनाएं अमन खान के खिलाफ है कि कोई अगर सम्बन्धित जांच अधिकारी अपराधी से कठोरता से पुछताछ करेगे तो मर्डर कि सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। लेकिन हमें ऐसा नहीं लगता की जांच अधिकारी इसमें कोई रुचि ले रहे है। स्थानीय पुलिस जांच अधिकारी ने अपराधी को खुला छोड़ दिया है। जिससे वह साक्ष्य, ग्वाह और सबुत को नष्ट कर अपने आप को बेगुनाह साबित कर सके । अपराधी बहुत शातिर किस्म का और राजनीतिक पहुंच वाले परिवार से है। हमारे परिवार को अपराधी से जान माल का खतरा है। अपराधी के परिवार से मृतको के पीडित परिवार को पुलिस से मुकदमा वापस हटाने के लिए दबाव डाला जा रहा है। लखनजीत ने बताया कि इस मामलें की सीबीआई जांच करवाई जावे। इस अवसर पर मुख्य सरंक्षक सुनील सर्वटे, गीगराज, राजु, अशोक पंवार, विकास नरवार, प्रीत चांवरिया, कन्हैयाला चंदेलिया, शंकरलाल चंदेलिया, शंभुदयाल हटवाल, अमित चांवरिया व संदीप पंवार आदि मौजूद रहे