बीडीके अस्पताल की मोर्चरी के बाहर ग्रामीणों का धरना, जमीनी विवाद में मारपीट के बाद हुई थी मौत
झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
झुंझुनूं के नयासर निवासी सोहन सिंह के शव का दो दिन बीत जाने के बाद बुधवार को भी समाचार लिखे जाने तक पोस्टमार्टम नहीं हो सका। कथित आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजन और ग्रामीण अड़े हुए है और उन्होंने राजकीय जिला बीडीके अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना दे रखा है। बुधवार को धरने पर पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा भी शामिल हुए। जिन्होंने धरने को संबोधित करते हुए पुलिस और प्रशासन पर नकारा होने का आरोप लगाया और कहा कि सोहन सिंह के कथित हत्यारों को गिरफ्तार करवाकर ही पीछे हटेंगे। इस मौके पर गुढ़ा ने कहा कि पहले बिरमी के सुभाष मेघवाल के साथ भी ऐसा ही हुआ। उसके शरीर पर 24 जगहों पर चोटों के निशान थे। हत्यारों का वीडियो था। लेकिन पुलिस ने आज तक एक को भी गिरफ्तार नहीं किया। अब नयासर का सोहन सिंह भी मारपीट में खत्म हो गया। सोहन सिंह का परिवार कई पीढियों से देश सेवा में लगा हुआ है। आजादी से लेकर अब तक कोई भी लड़ाई हो। लगभग सभी लड़ाइयों में फौजी के तौर पर सोहन सिंह का परिवार शामिल हुआ है। आज ऐसे परिवार को न्याय के लिए धरने पर बैठना पड़ रहा है। पुलिस भी मामले में कार्रवाई करने की बजाय परिवार और महिलाओं को डरा रही है। लेकिन पुलिस हलके में ले रही है। यह राजपूत समाज है। जो डरता नहीं है। बल्कि लड़ता है। उन्होंने कहा कि पुलिस नोटिस देकर परिवार वालों के साथ जबरदस्ती पोस्टमार्टम करवाने और दाह संस्कार के लिए दबाव बना रही है। जो गलत है। आपको बता दें कि मृतक सोहन सिंह के बड़े भाई रिटायर्ड फौजी अनिल सिंह ने सदर थाने में मामला दर्ज करवाया है कि 10 अगस्त को उसके भाई के साथ उसके खेत के पड़ौसी दो जनों ने आकर मारपीट की और धमकी दी कि वे उसकी जमीन पर कब्जा करेंगे। मारपीट में घायल सोहन सिंह को राजकीय जिला बीडीके अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां 11 अगस्त को इलाज के दौरान सोहन सिंह की मौत हो गई। सदर थाने में इस मामले में गांव के दो जनों के खिलाफ अनिल सिंह की रिपोर्ट पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है। परिजन और ग्रामीण कथित आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे है।