हनुमान मंदिर घांघू में युवाओं ने किया पौधरोपण, सुरक्षा की ली जिम्मेदारी…
घांघू. गांव में शनिवार को हनुमान मंदिर में गुलमोहर, बकाण, गिलोय, करंज, मीठा नीम सहित अन्य किस्मो का पौधरोपण किया गया। शहीद राजेश फगेड़िया के स्मारक के आगे भी पौधे लगाए। गांव घांघू के पर्यावरण प्रेमी स्व. हीराराम प्रजापत की बाहरवीं पुण्यतिथि पर 21 जुलाई से शुरू किया गया यह पौधरोपण का कार्यक्रम सम्पूर्ण मानसून सत्र में सार्वजनिक स्थानों पर अनवरत जारी है। पौधरोपण के इस कार्यक्रम में हनुमान मंदिर के पुजारी हनुमान प्रसाद नागवाण ने कहा मानव जीवन के लिए पेड़ों का बहुत अधिक महत्त्व है, हमारे ऋषियों ने भी पेड़ों की महत्ता को देखते हुए हमारे धार्मिक ग्रंथों में भी पेड़ों को काटना निषेध बताया है। उन्होंने कहा की आज की इस विकास की दौड़ में हम कंकरिट के जंगल खड़े करते जा रहे हैं, गगनचुम्बी ईमारते बन रही हैं लेकिन पर्यावरण व प्रकृति के सरंक्षण में सघन पेड़ पौधे होना अतिआवश्यक है। हमें ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाकर असंतुलित होते पर्यावरण का सरंक्षण करना चाहिए। उन्होंने पर्यावरण व प्रकृति प्रेमी स्व. हीराराम प्रजापत को याद करते हुए उनके परिजनों द्वारा उनकी पुण्यतिथि पर हर वर्ष सार्वजनिक स्थानों पर पौधरोपण करने के लिए साधुवाद दिया। स्व. हीराराम प्रजापत के पुत्र सामाजिक कार्यकर्ता बीरबल नोखवाल ने बताया की पौधरोपण का यह कार्यक्रम इस सम्पूर्ण मानसून सत्र में गांव के अलग अलग सार्वजनिक स्थानों पर जारी रहेगा। उन्होंने बताया की पूर्व में लगाए गए पौधे आज बड़े पेड़ बन गए हैं और उनका लाभ पशु पक्षी व जन मानस को मिल रहा है।इस मौके पर सुनील कुमार जांगिड़, बनवारी लाल रेवाड़, निखिल राहड़, पुरुषोत्तम, धर्मेश कुमार, यश, धीरज ने पौधरोपण किया।