जनसंगठनों के साथ मिलकर बिजली उपभोक्ता संघर्ष समिति के गठन का निर्णय, गांव-गांव में आंदोलन को व्यापक बनाने की योजना
झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी झुंझुनूं जिला कमेटी की विस्तृत मीटिंग पार्टी कार्यालय में संपन्न हुई। जिसमें अध्यक्षता कॉमरेड सुमेर बुडानियां ने की एवं पर्यवेक्षक राज्य सचिव मंडल सदस्य एवं पूर्व एमएलए धोद कॉमरेड पैमाराम थे। कॉमरेड पैमाराम ने बताया कि 26 जुलाई 2025 को सीकर में स्मार्ट मीटर पर राज्य कन्वेंशन हुआ था। उसको जिले में लागू करने के लिए कार्ययोजना बनानी है। जिले के सभी जनसंगठनों एवं शोषण के खिलाफ लड़ने वाले लोगों को मिलाकर बिजली उपभोक्ता संघर्ष समिति का गठन किया जाएगा। इसको लेकर जिले के तमाम उपभोक्ता, जनप्रतिनिधिओ को शामिल कर एक मीटिंग रखी जाएगी। ताकि इस आंदोलन को एक व्यापक जनआंदोलन बनाया जा सके। पूर्व उप जिला प्रमुख कॉमरेड विद्याधर गिल ने बताया कि यह सरकार कॉर्पोरेट घरानों के लिए काम कर रही है। जो सामान्य मीटर काम कर रहा है। उसको बदल के स्मार्ट मीटर लाया गया है। ताकि भारी मात्रा में कंपनियों को फायदा पहुंचाया जा सके। सरकार और कॉरपोरेट के इस गठजोड़ को तोड़ने के लिए हमें गांव गांव में बिजली उपभोक्ता संघर्ष समितियों का गठन करना पड़ेगा। तब ही इस सरकार को झुकाया जा सकता है। माकपा राज्य सचिवमंडल सदस्य कॉमरेड फूलचंद बर्बर ने बताया कि यह लड़ाई बहुत ताकतवर लोगों के खिलाफ है। इसलिए इस लड़ाई में हम सभी को बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना है एवं संघर्ष समिति के निर्देशों की अनुपालना करनी है। ताकि अनुशासित तरीके से इस लड़ाई को मंजिल तक पहुंचाया जा सके। माकपा जिला सचिव कॉमरेड राजेश बिजारणियां ने कहा कि हम जिले के सभी जनसंगठनों से सम्पर्क कर रहे हैं। ताकि बिजली उपभोक्ता संघर्ष समिति का गठन किया जा सके एवं 26 जुलाई 2025 के राज्य कन्वेंशन में लिए गए फैसलों को लागू कर इस आंदोलन को और तेज कर सकें। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के मलसीसर तहसील सचिव कॉमरेड महिपाल पूनियां ने बताया कि आज जो स्मार्ट मीटर पच्चीस सौ रुपए में मिल रहा है। यह स्मार्ट मीटर योजना पूर्णतया लागू होने पर यही स्मार्ट मीटर पच्चीस हजार रुपए में मिलने लगेगा। किसान सभा के जिलाध्यक्ष कॉमरेड गिरधारी महला ने कहा कि यह हमारे पास एक अच्छा अवसर है। इसमें हम सरकार को भी झुकाएंगे एवं अपनी किसान सभा को भी मज़बूत करेंगे। किसान सभा के गुढा तहसील अध्यक्ष कॉमरेड मूलचंद खंरीटा ने कहा कि जनता इस आंदोलन में शरीक होने के लिए तैयार है। हमें तो गांव गांव में कमेटियां बनाकर उनको अपना फंडण्डइकट्ठा करके आ जिला मुख्यालय पर आने के लिए साधन सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। ताकि जब जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन हो तो राजस्थान के विधानसभा हिल जाए। किसान सभा चिडावा तहसील अध्यक्ष कॉमरेड राजेंद्र सिंह चाहर ने कहा कि हमें 2005 के बिजली आंदोलन की तर्ज पर इस आंदोलन को आगे बढ़ाना है। डीवाईएफआई के जिलाध्यक्ष पंकज गुर्जर ने बताया कि नौजवान सभा इस आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेगी और जो लोग इस आंदोलन में हिस्सा लेंगे वो ही भविष्य की नेता होंगे क्योंकि संघर्ष कभी भी जाया नहीं जाता है। मीटिंग में किसान सभा के जिला महासचिव कॉमरेड मदनसिंह यादव, पूजा नायक, सुरेंद्र लांबा, पवन कुल्हार, अशोक राव, कॉमरेड सुभाष बुगालिया, अरविंद गढ़वाल, महावीर खरबास, एसएफआई जिलाध्यक्ष आशीष पचार, विजेंद्र कुलहरि, धन्नाराम सैनी ने भी विचार रखे। मीटिंग में ख्यालीराम, शिवनाथ महला, शिवप्रसाद डूडी, श्याम, देवकीनंदन बसेरा, साबीर भाटी, आशु चौधरी, चुकी नायक, एसएफआई पूर्व जिलाध्यक्ष अनिश धायल, डीवाईएफआई कोषाध्यक्ष रामचंद्र टोडरवास, नयूम धनूरी, अनिल सिहाग, गोहर खान, बजरंग बराला, रणधीर ओला, सुनिता साईंपंवार सहित सैंकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।