झुंझुनूं । अजीत जांगिड़
अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ राजस्थान उच्च शिक्षा के आह्वान पर शनिवार को झुंझुनूं जिले के श्री राधेश्याम आर. मोरारका राजकीय महाविद्यालय झुंझुनूं में नीति से परिवर्तन तक राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के पांच वर्ष विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया। विषय प्रवर्तन करते हुए प्रोफेसर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारत सरकार द्वारा 29 जुलाई 2020 को लागू की गई एक व्यापक नीति है। जिसका उद्देश्य भारत की शिक्षा प्रणाली में सुधार करना और इसे 21वीं सदी की जरूरतों के अनुरूप बनाना है। यह नीति 1986 की शिक्षा नीति को बदलकर आई है। यह नीति भारतीय शिक्षा में व्यापक बदलाव लाने का प्रयास करती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का मुख्य उद्देश्य शिक्षा को अधिक समावेशी, लचीला और आधुनिक बनाना और शिक्षा प्रणाली को रोजगारोन्मुख और ज्ञान आधारित बनाना है। मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए प्रोफेसर इरशाद अहमद ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संबंध में विद्यार्थियों एवं शिक्षक साथियों से इसकी विशेषताओं, उद्देश्यों, चुनौतियों और उनके समाधान के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि एनईपी 2020 केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जुलाई 2020 में पेश की गई। भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) है। यह नीति 1986 में लागू की गई पुरानी शिक्षा प्रणाली का स्थान लेती है। एनईपी 2020 का मुख्य उद्देश्य भारत में शिक्षा व्यवस्था में व्यापक बदलाव करना है। यह नीति भारतीय परंपराओं और मूल्यों को समाहित करते हुए उच्च-स्तरीय गुणवत्ता वाली शिक्षा सुनिश्चित करने पर जोर देती है। इसका दीर्घकालिक लक्ष्य भारत को वैश्विक शिक्षा और ज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी स्थान पर लाना है। प्रोफेसर मंजू चौधरी ने बताया कि निष्कर्ष रूप से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारतीय शिक्षा प्रणाली के मौजूदा हालात, समाज और अर्थव्यवस्था में हो रहे बदलावों, और वैश्विक शिक्षा की दिशा में चल रहे प्रयासों से प्रेरित है। यह नीति न केवल शिक्षा को आधुनिक युग के अनुरूप ढालती है। बल्कि भारतीय मूल्यों और परंपराओं को भी प्राथमिकता देती है। एनईपी 2020 भारत की शिक्षा प्रणाली को अधिक समावेशी, लचीला और रोजगारोन्मुख बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह छात्रों को उनकी प्रतिभा और रुचि के अनुसार पढ़ाई और कौशल विकसित करने का अवसर प्रदान करती है। महाविद्यालय के ईकाई सचिव प्रोफेसर मानसिंह द्वारा कार्यक्रम का संचालन व सभी आगंतुकों का धन्यवाद और आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर महाविद्यालय के अन्य सदस्यों ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। महाविद्यालय के सभी शिक्षकगण एवं अनेक विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी से कार्यक्रम का सफल आयोजन संपन्न हुआ।
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