पूर्व बर्खास्त कांस्टेबल और रोहित गोदारा गैंग का सदस्य है प्रवीण जोड़ी, ऑपरेशन ‘क्वीन’ के तहत चूरू में हुई बड़ी कार्रवाई
चूरू। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए चूरू जिले के जोड़ी गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर प्रवीण जोड़ी को AK-47 तस्करी के मामले में राउंड अप किया है। आरोपी से सीआई सुनील सिंह के नेतृत्व में टीम द्वारा गहन पूछताछ की जा रही है। इस मामले में दो अन्य युवकों को भी पूछताछ के लिए तलब किया गया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार एजीटीएफ टीम को सूचना मिली की आरोपी प्रवीण जोड़ी शनिवार को राजगढ़ रोड चूरू बाईपास पर आने वाला है। जिसके बाद एजीटीएफ टीम अलर्ट हो गई और उसे मौके पर हिरासत में ले लिया। 43 वर्षीय प्रवीण जोड़ी कई गैंगस्टर गिरोहों का हिस्सा रह चुका है और उस पर कई गंभीर आरोप दर्ज हैं।
आपको बता दें कि प्रवीण जोड़ी कभी राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल था, लेकिन आनंदपाल सिंह गैंग से संबंध सामने आने के बाद उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। इसके बाद वह लॉरेंस बिश्नोई और फिर रोहित गोदारा गैंग का हिस्सा बन गया। ज्ञात रहे कि चूरू के होटल सन सिटी पर 17 अगस्त 2004 को हुई फायरिंग में भी उसका नाम सामने आया था, जिस पर पुलिस ने 25,000 रूपये का इनाम भी घोषित किया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एजीटीएफ को काफी समय से सूचना थी कि रोहित गोदारा गैंग के पास AK-47 जैसे अत्याधुनिक हथियार हैं, जिन्हें वे ‘रानी’ नाम से पुकारते हैं। इसी के तहत ‘ऑपरेशन क्वीन’ शुरू किया गया। 4 जून 2025 को धौलपुर में हथियार तस्कर जीतू उर्फ जीतू चंबल से एक AK-47 राइफल, मैगज़ीन और 34 जिंदा कारतूस बरामद किए गए थे। यह हथियार चूरू से जीतू जोड़ी द्वारा लग्जरी गाड़ी में जयपुर पहुंचाया गया था। 11 जून 2025 को जीतू जोड़ी की निशानदेही पर चूरू के जोड़ी गांव के खेतों से एक और AK-47 राइफल और दो मैगजीन बरामद की गईं। इसके बाद से ही प्रवीण जोड़ी एजीटीएफ के रडार पर था। फिलहाल एजीटीएफ की टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है और उससे जुड़े अन्य नेटवर्क और हथियार तस्करी चैनल का पता लगाने की कोशिश कर रही है। माना जा रहा है कि इस गिरफ्तारी के बाद गिरोह के कई और राज खुल सकते हैं।