मुम्बई। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं ने ‘लाली की शादी में लड्डू दीवाना’ के प्रोड्यूसर टी पी अग्रवाल के दफ्तर के बाहर सोमवार को फिल्म में एक सीन के माध्यम से हिन्दू धर्म के अनुयायियों की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया। विहिप कार्यकर्ताओं ने फिल्म से एक विवादित सीन को हटाने और रीलीज से पहले फिल्म दिखाने की मांग की। विश्व हिन्दू परिषद को फिल्म के एक सीन को लेकर आपत्ति है। कहा जा रहा है कि फिल्म में एक गर्भवती महिला को शादी करते हुए दिखाया गया है, जिससे हिन्दू धर्म मानने वालों की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
सोमवार की सुबह टीपी अग्रवाल के दफ्तर के बाहर सुबह करीब 10 बजे लगभग 20 से 25 विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकर्ता जमा हुए और विरोध प्रदर्शन किया, साथ ही प्रोड्यूसर से फिल्म के सीन को हटाने के अलावा रिलीज से पहले फिल्म दिखाने की मांग की है।
आपको बता दें कि फिल्म ‘लाली की शादी में लड्डू दीवाना’ 7 अप्रैल को रिलीज हो रही है और उससे पहले ही फिल्म दिखाने की मांग की गई. इस पूरे मामले पर टीपी अग्रवाल ने कहा कि उनकी फिल्म को पहले से ही सेंसर बोर्ड से UA सर्टिफिकेट मिल चुका है और वो इन सब चीजों ने घबराते नही है।
उन्होंने विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकर्ताओं से बात भी की और अपना पक्ष भी रखा। विश्व हिन्दू परिषद द्वारा टीपी अग्रवाल के मुंबई के अंधेरी स्थित म्हाडा के दफ्तर पर हमला किया, हालांकि इस घटना के बाद भी टीपी अग्रवाल अपनी फिल्म को तय तारीख पर प्रदर्शित करने पर टिके हुए हैं।
https://youtu.be/gLEHU6If0XY