चूरू। पिछले 31 वर्षों से प्रतिमाह के पहले मंगलवार को लगने वाला निशुल्क मिर्गी निदान शिविर रतननगर में सम्पन्न हुआ। त्रिवेणी देवी सुरेका चेरिटेबल ट्रस्ट के तत्वाधान में यूनिट एपीलेप्सी केयर एण्ड रिसर्च फाउण्डेशन के तहत यह 370वाँ कैम्प सम्पन्न हुआ। इस कैम्प में 560 मरीजो के इलाज कर पूरे माह की दवाई निशुल्क वितरित की गई। कैम्प के मुख्य न्यूरोफिजिशयन डॉ. आरके सुरेका ने बताया कि मिर्गी रोगी को अपने जीवन को स्वस्थ्य बनाने के लिये निम्न बातें अपनानी चाहिए। मिर्गी रोगी को पर्याप्त नींद लेनी चाहिए नींद की कमी दौरों को ट्रिगर कर सकती है और इसके लिये रोगी को सात से आठ घण्टें की नींद अवश्य लेनी चाहिये और शादी ब्याह में रतजगे से बचना चाहिये। उन्होंने बताया कि मिर्गी रोगी के दौरों के लिये अत्यधिक तनाव भी एक आम ट्रिगर है। इससे बचने के लिये रोगी को ध्यान, प्रणायाम, योग आदि तकनीकें सीखनी चाहिये। शराब व नशे की दवाईयों से भी रोगी को दौरे पड सकते है। अतः शराब व नशीली चीजों से भी मिर्गी रोगी को बचना चाहिये। डॉ. सुरेका ने बताया कि फल व सलाद आदि को धोकर खाना चाहिये व दूषित पानी में उपजे फल व सब्जियों से क्रीमी का लार्वा मस्तिष्क में पहुंच जाता है जिससे मिर्गी के दौरे पड सकते हैं। इस कैम्प में डॉ. रोहित सुरेका, डॉ. रक्षित सुरेका, डॉ. जयसिंह, डॉ. सरीन, डॉ. गौरी, ताजू खान आदि ने सहयोग दिया।