जैसलमेर : मरु महोत्सव-2020

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जैसलमेर में मनोहारी शोभायात्रा ने कराया मरु संस्कृति और परम्पराओं का दिग्दर्शन

जैसलमेर। विश्वविख्यात मरु महोत्सव के अन्तर्गत शुक्रवार को जैसलमेर जिला मुख्यालय पर मनोहारी शोभायात्रा, परम्परागत लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमों और रोचक एवं आकर्षक प्रतिष्ठित प्रतिस्पर्धाओं की धूम मची रही।

महोत्सव के अन्तर्गत ऎतिहासिक सोनार दुर्ग से भव्य शोभायात्रा निकली। विधायक रूपाराम एवं जिला कलक्टर नमित मेहता ने आसमान में गुब्बारे उड़ा कर तथा हरी झण्डी दिखाकर शोभायात्रा की शुरूआत की । स्थानिय जनप्रतिनिधि अधिकारी, कलाकार, स्कूली बच्चे, विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक एवं गणमान्य शहरवासी उपस्थित थेशोभायात्रा में कलाकारों ने विभिन्न समूहों ने लोक संगीत की धुनों पर नृत्यों का आकर्षण बिखेरा। बीएसएफ के सुसज्जित ऊँट सवारों और बैण्डवादकों का जत्था लोगों के आकर्षण का केन्द्र बना रहा। शोभायात्रा में सर पर मंगल कलश लिये बालिकाओं के समूहों के साथ ही लोक वाद्य कलाकारों की स्वर लहरियों की गूंज और लोक लहरियों की धुनों पर बैण्ड वादन, श्रृंगारित ऊँट सवार, अब तक चुने गए पारम्परिक वेशभूषा में मरु श्री, फौजियों, जैसलमेरी साफों और मरुभूमि के परंपरागत परिधानों में सुसज्जित कलाकारों से लेकर तमाम लोक सांस्कृतिक परिदृश्यों के साथ मरु भूमि की परंपराओं का दिग्दर्शन कराया। बड़ी संख्या में देशी-विदेशी सैलानी शोभायात्रा में भी शरीक हुए तथा कैमरों व मोबाइल से इन मनोरम दृश्यों के फोटो और वीडियो भी लिए। रास्ते भर संस्थाओं व शहरवासियों ने पुष्प पंखुड़ियों की वृष्टि कर शोभायात्रा का शानदार स्वागत किया। शहर के विभिन्न मार्गों से होकर शोभायात्रा शहीद पूनमसिंह स्टेडियम पहुंची जहाँ उपस्थित हजारों सैलानियों एवं शहरवासियों ने स्वागत किया।

आकर्षक स्पर्धाओं और नृत्य-संगीत ने किया मंत्र मुग्ध,

चार दिवसीय मरु महोत्सव का दूसरा दिन जैसलमेर शहर के लिए लोक सांस्कृतिक रंगों की बरसात करने वाला रहा। आकर्षक प्रतिस्पर्धाओं और विभिन्न क्षेत्रों से आए लोक कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का लुत्फ लेने देशी-विदेशी पर्यटकों के साथ ही क्षेत्रवासियों का भारी सैलाब उमड़ा रहा। शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में आयोजित बहुआयामी कार्यक्रमों के अन्तर्गत हई मिस्टर डेजर्ट की प्रतिस्पर्धा में 39 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इनमें ओमप्रकाश वैष्णव को मिस्टर डेजर्ट (मरु श्री ) का खिताब दिया गया। इसी प्रकार मिस मूमल के लिए 12 संभागियों में से मानसी चाण्डक को मिस मूमल का खिताब मिला। साफा बांधों प्रतियोगिता में 15 प्रतिभागियों में से सवाईसिंह तंवर को प्रथम, आजाद खान को द्वितीय तथा निखिल छंगाणी को तृतीय पुरस्कार दिया गया। विदेशियों के लिए साफा बांधों प्रतिस्पर्धा में प्रथम पुरस्कार मार्था (स्पेन) को, द्वितीय पुरस्कार गिल (कनाड़ा) को तथा तृतीय पुरस्कार लॉरेंस (इंग्लैण्ड) को दिया गया। मूमल-महेन्द्रा का प्रथम पुरस्कार सेंट पाल स्कूल, द्वितीय पुरस्कार एयरफोर्स स्कूल तथा तृतीय पुरस्कार गांधी बाल मन्दिर स्कूल को दिया गया।मूँछ श्री प्रतियोगिता में बीएसएफ के कानू चारण को प्रथम पुरस्कार, किशोर कुमार कल्ला को द्वितीय एवं महेन्द्रसिंह शेखावत को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इसी प्रकार पहली बार विदेशियों के लिए राजस्थानी परिधानों से संबंधित प्रतिस्पर्धा हुई। इसमें पुरुष वर्ग में रोलेण्ड प्रथम, डोमिनीक द्वितीय एवं अलान को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। महिला वर्ग में आसिया(पौलेण्ड) को प्रथम, मेसू (जापान) को द्वितीय तथा केट (इग्लैण्ड) को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।

प्रतियोगिताओं के समापन पर विधायक श्री रूपाराम, जिला कलक्टर नमित मेहता, जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. किरण कंग, जिलाप्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल एवं अन्य अतिथियों ने विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए।इससे पूर्व स्टेडियम में अल्पसंख्यक मामलात, मंत्री श्री शाले मोहम्मद, विधायक श्री रूपाराम, जिला कलक्टर श्री नमित मेहता, जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल, सभापति श्री हरिवल्लभ कल्ला, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री ओपी विश्नोई, मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री ओमप्रकाश, नगर विकास न्यास के सचिव अनुराग भार्गव, मरु महोत्सव के प्रभारी श्री भारतभूषण गोयल, पर्यटन उप निदेशक भानुप्रताप, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अमीन खां आदि ने लोक सांस्कृतिक दलों के कार्यक्रमों और विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं को देखा।मरु महोत्सव के इन आयोजनों को लेकर विदेशी पर्यटकों में जबर्दस्त उत्साह रहा। दुनिया के विभिन्न हिस्सों से आए पर्यटक महोत्सव की प्रस्तुतियों को देखकर मुग्ध हो उठे।

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