चूरू। जिला कलक्टर संदेश नायक ने कहा है कि आत्मरक्षा के लिए शारीरिक फिटनेस के साथ-साथ मानसिक चेतना व आत्मबल भी बहुत जरूरी है। आत्मरक्षा प्रशिक्षण न केवल शारीरिक तौर पर हमें मजबूत बनाता है अपितु इससे हौसला भी बढता है।
जिला कलक्टर शनिवार को जिला मुख्यालय पर गोयन्का स्कूल के पास स्थित पूर्व बीआरसीएफ कार्यालय में समग्र शिक्षा अभियान अंतर्गत आयोजित ब्लॉक स्तरीय गैर आवासीय आत्म रक्षा प्रशिक्षण मय मार्शल आर्ट प्रशिक्षण में संभागियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बचाव हमेशा सबसे बेहतरीन उपाय होता है। अतः हमें सबसे पहली बात यही सीखनी और सिखानी चाहिए कि कैसे हम अप्रिय घटनाओं का सामना करने से बच सकते हैं। इसके बाद हमें यह सुनिश्चित करना है कि यदि कोई विपरीत परिस्थिति पैदा हो ही जाती है तो कैसे उसका मुकाबला करना है। देश व समाज में लगातार हो रही घटनाओं को देखें तो निस्संदेह हम कह सकते हैं कि एक चुनौतीपूर्ण स्थिति हमारे सामने है लेकिन इस चुनौती का सामना करके हमें ही समाज की दिशा को बदलना है। जिला कलक्टर ने उम्मीद जताई कि यह आत्मरक्षा प्रशिक्षण निस्संदेह उपयोगी साबित होेंगे और यहां प्रशिक्षित शिक्षिकाएं आगे बालिकाओं को आत्मरक्षा कौशल में दक्ष करेंगी। उन्होंने कहा कि समाज में इस विषय में जागरुकता बहुत जरूरी है और हमें पौष्टिक आहार व हाईजीन का ध्यान रखते हुए नीरोगी राजस्थान की परिकल्पना को साकार करने की तरफ बढना है।
डॉ मनोज योगाचार्य ने योग, प्राणायाम से जुड़े टिप्स संभागियों को दिए। प्रशिक्षक संतोष कस्वां, स्नेष्ठा, नीलकमल ने मार्शल आर्ट ट्रेनिंग दी। इस दौरान राकेश भांभू, सीबीईओ सुरेश धौलपुरिया, विजयपाल धुंआ, हरिप्रकाश शर्मा, शिशपाल बुडानिया, एडीईओ नारायण कुमार सहित अधिकारी, कर्मचारीगण मौजूद थे।