पाली। जिला कलक्टर सुधीर कुमार शर्मा ने कहा है कि सभी अधिकारी विभिन्न माध्यमों से प्राप्त जन समस्याओं का त्वरित निस्तारण कर आमजन को राहत प्रदान करें।
कलक्टर शर्मा सोमवार को अपने कक्ष में अधिकारियों के साथ आवश्यक सेवाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान संपर्क व सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारी इंटरनेट व कम्प्यूटर फ्रेंडली बनें और स्वयं पोर्टल पर मामलों की निगरानी का निस्तारण कराएं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की यात्राओं के दौरान प्राप्त प्रकरणों को प्राथमिकता के साथ देखें और राज्य स्तर से होने वाले कार्य के संबंध में भी अपने स्तर पर परीक्षण कर टिप्पणी सहित प्रकरण अग्रेषित करें। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय अधिकारी किसी भी सूचना को आगे भेजने से पहले अपने स्तर पर रिव्यू करें और सही व शुद्ध सूचनाएं ही भेजें। अधीनस्थ अधिकारियों से प्राप्त होने वाली सूचना को बिना देखें नहीं भिजवाएं।
इस दौरान जिला कलक्टर ने आवश्यक सेवाओं की समीक्षा की और विद्युत, पेयजल, स्वास्थ्य, सड़क, एमजेएसए सहित विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा करते हुए कहा कि अधिकारी आपसी तालमेल के साथ काम करते हुए अपने विभागों की समुचित मॉनीटरिंग रखें ताकि सेवाओं में किसी प्रकार का व्यवधान नहीं हो। उन्होंने कहा कि विद्युत कटौती आवश्यक होने पर इस प्रकार की जाए कि पेयजल सेवाएं प्रभावित नहीं हो।
उन्होंने सीएमएचओ से कहा कि बरसात के मौसम के मध्येनजर सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें और यह भी देखें कि स्वास्थ्य कार्मिक अपने स्वास्थ्य केंद्र पर रहकर आमजन को समुचित सेवाएं प्रदान करें। मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए समुचित उपाय करें और इस संबंध में लोगों को जागरुक भी करें।
अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ बिश्नोई ने मानसून की सक्रियता को मध्यनेजर आपदा प्रबंधन को लेकर अधिकारियों को चाक-चौबंद रहने के निर्देश दिए और कहा कि अपने-अपने स्तर पर पुख्ता इंतजाम रखें। सभी विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर इस तरह से कार्य करें कि किसी भी प्रकार की विपरीत परिस्थिति पैदा होने पर भी जानमाल की क्षति नहीं हो तथा स्थिति को ठीक से नियंत्रित किया जा सके। आपदा से बचाव के लिए आमजन को जागरुक भी करें। सभी आवश्यक टेलीफोन नंबरों की सूची अपडेट रखें तथा रेस्क्यू गतिविधियों में सक्रिय रहने वाले लोगों के कॉन्टेक्ट नंबर रखें। इस दौरान एडीएम भागीरथ बिश्नोई, पीएमओ, सानिवि, विद्युत, आरयूआईडीपी, पीएचईडी व पीएचईडी-प्रोजेक्ट विभागों के अधीक्षण अभियंता एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।